जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने कार्यकाल के आख़री दिनों में दुनिया के तमाम देशों के सामने न सिर्फ मुश्किलों की दीवार उठाते जा रहे हैं बल्कि कई देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों को खराब कर जो बाइडन के सामने भी चुनौतियां खड़ी कर रहे हैं.
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने एच-1 बी वीजा के साथ अन्य विदेशी कार्य वीजा पर लगे प्रतिबंधों को अगले तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया है. ट्रम्प ने कहा कि श्रम बाज़ार और स्वास्थ्य पर महामारी का असर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है इसलिए अपने देश के हित में वह यह फैसला ले रहे हैं.
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डोनाल्ड ट्रम्प के इस फैसले से बड़ी संख्या में भारतीय आईटी पेशेवर और कम्पनियां प्रभावित होंगी. अमरीका की सरकार ने साल 2020 में 22 अप्रैल और 22 जून को विभिन्न श्रेणियों के कार्य वीजा पर प्रतिबन्ध लगाने का आदेश दिया था. 31 दिसम्बर को प्रतिबन्ध की अवधि खत्म हो रही थी जिसे ट्रम्प सरकार ने 31 मार्च तक बढ़ा दिया है.
ट्रम्प प्रशासन के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर भारतीय चीनी आईटी पेशेवरों और कंपनियों पर पड़ेगा. इसी वीजा के ज़रिये हज़ारों आईटी पेशेवर अमेरिका में रहकर अपने परिवार की जीविका का इंतजाम करते हैं.