जुबिली न्यूज डेस्क
जब तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा कर रहा था तो पूरी दुनिया मूकदर्शक बनकर देख रही थी। और आज जब अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया है और पूरे देश में अफरातफरी का माहौल है तो दुनिया के कई देश बयानबाजी कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर दुनिया भर से नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है। सबसे ज्यादा आलोचना अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ कर भागने की हो रही है। गनी इस समय यूएई में हैं।
अशरफ गनी के इस कदम की खूब आलोचना हो रही है और यह भी आरोप है किवे मुश्किल समय में देश को छोड़कर भाग गए और सरकारी पैसा भी अपने साथ ले गए।
इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अशरफ गनी पर हमला किया है। ट्रंप ने गनी को धोखेबाज कहा है। उन्होंने कहा कि घनी एक धूर्त आदमी है और वह गनी पर कभी भरोसा नहीं कर पाए।
डोनॉल्ड ट्रंप ने कहा, ” अशरफ गनी पर मुझे कभी पूरी तरह भरोसा नहीं था। मै यही सोचता था कि वह धोखेबाज है। उसने अपना सारा समय हमारे सीनेटरों के साथ खाने में और उनका दिल जीतने में बिता दिया। सीनेटर उसकी जेब में थे। कहा जा रहा है कि वह पैसे लेकर भाग गया है, पता नहीं शायद यह सच भी हो सकता है।”
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के विदेश भाग जाने और उनकी सरकार गिरने के बाद रविवार को तालिबान ने जीत की घोषणा की।
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कई अन्य देशों की तरह, अमेरिका ने अपने नागरिकों और विदेशी सरकार से जुड़े कुछ अफगानों को अफगानिस्तान से निकालना शुरू कर दिया।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इतने सालों में हमारा देश इतना बेइज्जत हुआ है। मुझे नहीं पता, क्या आप इसे सैन्य हार कहेंगे या मनोवैज्ञानिक हार? जैसा कुछ अब हुआ है वैसा कभी नहीं हुआ।”
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इस बीच, अशरफ गनी ने बुधवार को तालिबान के आगे बढऩे के विरोध में काबुल से भागने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि खून-खराबे को रोकने का यह इकलौता तरीका था। इसके अलावा गनी ने पैसे लेकर जाने की बातों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि उन्हें जूते बदलने का मौका भी नहीं मिला था।