जुबिली न्यूज डेस्क
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के बाद कनाडा सरकार ने आपातकाल लगा दिया लेकिन इसका भी कोई हल निकलता नहीं दिखायी दे रहा है।
ट्रक ड्राइवरों ने फैसला किया है कि वे किसी भी हालत में अपने स्टैंड पर रहेंगे। कनाडाई संसद के बाहर ट्रक के पहिए पर बैठे एक ड्राइवर ने कहा, ‘हम ट्रक वाले हड़ताल नहीं बंद करने वाले हैं।’
मालूम हो कि कनाडा के इतिहास में दूसरी बार शांति कि स्थिति में आपातकाल लगाया गया है। ट्रक ड्राइवर कोरोना प्रतिबंधों के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं और सरकार से फैसले वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
इसके बाद सीमा पर यातायात बाधित करने वाले ट्रक ड्राइवरों से निपटने के लिए ट्रूडो सरकार ने आपातकाल की शक्ति का इस्तेमाल किया।
हालांकि पीएम ट्रूडो ने ट्रक ड्राइवरों से निपटने के लिए सेना बुलाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि समस्या से निपटने के लिए अन्य विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा।
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ट्रक ड्राइवरों ने अमेरिका को कनाडा से जोडऩे वाले ऐंबेसडर ब्रिज को अवरुद्ध कर दिया है जिससे आयात और निर्यात भी रुक गया है। इससे कनाडा को बड़ा नुकसान हो रहा है।
वहीं इमरजेंसी लगाए जाने के बाद दुनियाभर में ट्रूडो की आलोचना भी की जा रही है। वहीं ओटावा के पुलिस चीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
पुलिस चीफ ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
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मालूम हो कि ‘फ्रीडम कन्वॉय’ ने ट्रक ड्राइवरों के साथ मिलकर कोरोना नियमों के विरोध में प्रदर्शन शुरू किया था। यूएस बॉर्डर क्रॉस करने के लिए कोविड वैक्सीन की अनिवार्यता के विरोध में भी यह प्रदर्शन हो रहा है।