न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी से अमेरिका कराह रहा है। दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित अमेरिका में हैं। अमेरिका एक साथ कई मोर्चंें पर लड़ाई लड़ रहा है। एक ओर हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग मर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। अब तक अमेरिका में दो करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरी जा चुकी है। अमेरिकी लोगों की नौकरी बचाने के लिए राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि नये लोगों को अमेरिका में बसने की इजाजत नहीं हैं।
अमेरिका में नौकरी जाने से लोगों के पास पैसे खत्म हो गए हैं जिसकी वजह से लोगों के सामने भोजन संकट उत्पन्न हो गया है। भूख से बेहाल अमरीकी अब फूड बैंक के सहारे हैं। वहीं इस कोरोन संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने गैर-अमरीकी प्रवासियों के अमरीका में बसने पर रोक लगाने की बात कर रहे हैं।
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ट्रंप ने ऐलान तो कर दिया है लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति के ऐलान में कितनी गंभीरता है। यह भी कहा जा रहा है कि इस संकट की घड़ी में ट्रंप किसकी बात कर रहे हैं। आखिर वह कौन गैर-अमरीकी लोग हैं जो अमरीका में बसते हैं?
अमरीकी गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में 10 लाख से ज्रूादा गैर-अमरीकी लोगों को अमरीका में कानूनी रूप से और स्थायी रूप से रहने की इजाजत मिली। इनमें से ज़्यादातर लोग मेक्सिको, चीन, भारत, फिलीपींस और क्यूबा के थे।
हालांकि इस 10 लाख में आधे से अधिक लोग पहले से ही अमरीका में रह रहे थे और 4,59,000 लोग विदेशों से आए थे।राष्ट्रपति ट्रंप के हालिया ऐलान से अब वो लोग ज्यादा प्रभावित होंगे जो विदेशों से आकर अमरीका में बसते हैं। वहीं शरणार्थियों की बात करें तो साल 2019 में अमरीका में 30 हजार शरणार्थी आए थे। इनमें से ज़्यादातर कॉन्गो, म्यांमार, यूक्रेन, एरीटिया, अफगानिस्तान और सीरिया से थे।
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