जुबिली न्यूज ब्यूरो
यूपी के स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर हुए ट्रांसफर अब सवालों के घेरे में आ गये हैं। ये सवाल किसी और ने नहीं बल्कि सूबे के डिप्टी सी एम और महकमें के मंत्री ब्रजेश पाठक ने खड़े किये हैं. उन्होंने डाक्टरों के ट्रांसफर को लेकर अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन से विभाग में हुए हुए सभी स्थानांतरण पर स्पष्टीकरण मांगा है।
इसी बीच स्वास्थ्य विभाग तबादला मामले में अब राज्यमंत्री मयंकेश्वर सिंह भी सक्रिय हुए, हैं उन्होंने भी विभागीय निदेशक से तबादलों के सिलसिले में सूचनाएं मांग ली ।
मृत्यु के बाद भी कर दिया ट्रांसफर
डा.दीपेन्द्र के स्थानांतरण की मृत्यु 17 जून को हो गई थी, लेकिन तबादला सूची में उनका भी नाम है. उन्हें प्रयाग राज ट्रांसफर कर दिया गया वहीं डा. सुधीर चंद्रा का नाम भी ट्रांसफर लिस्ट में है जिनकी मृत्यु हो चुकी है उन्हें बाराबंकी से फतेहपुर ट्रांसफर किया गया।
सेवा निवृत्त चिकित्साधिकारी भी किये गये ट्रांसफर
ट्रांसफर लिस्ट में 8 ऐसे चिकित्साधिकारी ट्रांसफर किये गये हैं जो जून में रिटायर हो चुके हैं। लिस्ट देखिये-
ऐसे ही कई चिकित्साधिकारियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बना कर भेजा गया है जिन पर पहले से अनियमितता के केस चल रहे है़ या उनके ऊपर आरोप है।
पीएमएस ने की मांग डाक्टरों के तबादले निरस्त किये जाएं
प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डा.सचिन वैश्य ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में स्थानान्तरण नीति का पालन ही नहीं किया गया है। इसलिए चिकित्सकों के तबादले निरस्त किये जाने चाहिए।
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लिपिकों के भी ट्रांसफर में हुई मनमानी
सूत्रों के अनुसार लिपिको का स्थानांतरण भी मनमानी तरीके से किया गया है तथा अपने चहेते लिपिकों को लाभ दिया गया है।
लगभग 19 वर्षो से जनपद महाराजगंज में जमे अजवर जमाल फारूकी को जनपद महाराजगंज में ही समायोजित कर दिया गया है।
इसी तरह से अर्जुन सिंह जिनके 2021-22 में वरिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नति के उपरांत जनपद कुशीनगर से बांदा समायोजन किया गया था को उनको पुन: उनको मऊ ट्रांसफर कर दिया गया है l