प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 जनवरी को एक ऐसी ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं जो उनके संसदीय क्षेत्र से शुरू होकर उनके गृह राज्य को जोड़ेगी. इस ट्रेन को खासतौर से डिजाइन किया गया है. यह देखने में भी खूबसूरत है और सफ़र में भी आरामदायक होगी. इसकी सीटों को साधारण ट्रेनों से ज्यादा चौड़ा बनाया गया है.
दरअसल इस ट्रेन को चलाने का मकसद वाराणसी से स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी (केवड़िया) तक पर्यटकों को जोड़ने का मकसद है. केवड़िया में स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी (सरदार पटेल की प्रतिमा) लगाईं गई है. सरदार पटेल की यह मूर्ति सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में पहचानी जाती है. इस प्रतिमा के पास ही केवड़िया नाम से नया टर्मिनस स्टेशन भी तैयार किया जा चुका है. इस ट्रेन को काशी केवड़िया एक्सप्रेस के नाम से पहचाना जाएगा.
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कपूरथला स्थित कोच फैक्ट्री में तैयार किये गए कोच वाराणसी पहुंचा दिए गए हैं. इन्हें वाराणसी स्टेशन पर वाशिंग लाइन में खड़ा कर दिया गया है. इस ट्रेन में बीस बोगियां होंगी. इसमें सभी श्रेणियों के डिब्बे होंगे. यह ट्रेन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात को जोड़ेगी. 16 जनवरी को पीएम मोदी खुद इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.