जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. सरकार द्वारा दस साल पुराने ट्रैक्टर बंद किये जाने के आदेश पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पलटवार करते हुए कहा है कि पहले भारतीय जनता पार्टी के दस साल से पुराने नेता सरेंडर कर दें उसके बाद दस साल पुराने ट्रैक्टर बंद करने की सोचें. राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी है कि बहुत जल्दी सरकारी बुल्डोजर का मुकाबला करने के लिए सड़कों पर ट्रैक्टर आएंगे.
राकेश टिकैत ने शुक्रवार को मुज़फ्फरनगर में कहा कि जिस तरह से एक धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है उससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तो भारत की छवि बिगड़ ही रही है साथ ही यह महसूस होने लगा है जैसे कि सरकार ने संविधान को अलमारी में बंद कर दिया है. मुज़फ्फरनगर कलेक्ट्रेट में किसानों की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह से मुलाक़ात करने पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि बहुत जल्दी सड़कों पर तट्रैक्टर उतरेंगे और बुल्डोजर का मुकाबला करेंगे.
बकाया ऋण न चुका पाने की वजह से कुछ किसानों को डिफाल्टर घोषित करते हुए बैंकों ने उनकी ज़मीन को नीलाम किये जाने के लिए नोटिस भेजे हैं. इसी मुद्दे पर डीएम से मुलाक़ात करने पहुंचे राकेश टिकैत ने डीएम से कहा कि किसानों की समस्याओं को समझते हुए वह वैनकों की कार्रवाई को रोकें और समझौते के आधार पर मामले का निबटारा करें.
डीएम से मिलकर बाहर निकले राकेश टिकैत से जब पत्रकारों ने दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि धर्म विशेष के लोगों को टारगेट किया जा रहा है. इससे दुनिया में भारत की साख गिर रही है. उन्होंने कहा कि हर आदमी पर शक है. हर कोई बाहर से आया है. उन्होंने कहा कि कागज़ ही बनवाना है तो कहीं भी बनवा लो. मुज़फ्फरनगर कचहरी में ही आप आधार कार्ड बनवा लो, पहचानपत्र बनवा लो, लेकिन नफरत फैलाने से देश का विकास रुकता है. उन्होंने कहा कि बुल्डोजर ही चलाना था तो उन अधिकारियों पर चलना चाहिए था जिनके समय में अतिक्रमण हुआ.
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