जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. किसान बिना बताये दिल्ली जायेंगे. दिल्ली में फिर निकालेंगे ट्रैक्टर रैली. गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान ट्रैक्टर यात्रा निकालकर बाकायदा रिहर्सल कर लिया है. किसानों का आन्दोलन एमएसपी पर क़ानून बनाए जाने तक जारी रहेगा. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को उम्मीद है कि सरकार किसानों से बात करेगी.
कृषि कानूनों के खिलाफ सात महीने से दिल्ली बार्डर पर आन्दोलन कर रहे किसानों ने आन्दोलन में तेज़ी लाने के लिए ही ट्रैक्टर यात्रा का फैसला लिया. ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान सहारनपुर से मुज़फ्फरनगर पहुंचे. मुज़फ्फरनगर में इस यात्रा में स्थानीय किसान भी अपने ट्रैक्टरों और कारों के साथ शामिल हो गए और मेरठ के लिए रवाना हो गए. मेरठ में रात्रि विश्राम के बाद आज शुक्रवार की सुबह हज़ारों की तादाद में किसान गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हो चुके हैं. हालत यह है कि दिल्ली मार्ग पर सिर्फ किसान और ट्रैक्टर ही नज़र आ रहे हैं.
किसान नेता योगेन्द्र यादव ने केन्द्र सरकार को चेताया है कि वह जितना देर करेगी उसे उतना ही महंगा पड़ेगा. उन्होंने कहा कि देश में खेती बचेगी तभी लोकतंत्र भी बचेगा. योगेन्द्र यादव ने कहा कि इस देश में 26 जून को इमरजेंसी लगी थी और इत्तफाक से 26 जून को ही किसान आन्दोलन को सात महीने पूरे हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि 26 जून को देश भर में किसान सरकार को जगाने का काम करेंगे. 26 जून को सभी राज्यों के राज्यपालों को राष्ट्रपति के नाम पत्र सौंपे जायेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार घमंड में है. उसे लग रहा है कि वह किसानों को थका कर उनके आन्दोलन को तोड़ देगी लेकिन सच बात यह है कि सरकार ग़लतफ़हमी में है. सरकार के मंसूबे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होंगे. सरकार पहले भी किसानों के आन्दोलन को नहीं तोड़ पाई और आगे भी किसानों को झुका नहीं पायेगी.
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योगेन्द्र यादव ने कहा कि किसानों का आन्दोलन चलते हुए सात महीने हो चुके हैं. किसी भी राजनीतिक दल की औकात नहीं है जो इतने दिनों तक कोई आन्दोलन चला सके, उन्होंने कहा कि आन्दोलन स्थल के आसपास रहने वालों को ज़रूर दिक्कत हो रही है जिसके लिए हम माफी चाहते हैं.