जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, एमिटी यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश, लखनऊ ने 21 से 25 जून 2021 तक ऑनलाइन मोड में ‘डेटा साइंस विद स्टैटिस्टिकल मेथड्स यूजिंग आर प्रोग्रामिंग’ पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया. इस FDP को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (A.I.C.T.E.) द्वारा वित्त पोषित और प्रायोजित किया गया था.
कार्यक्रम का आयोजन प्रो. (डॉ.) सुनील धनेश्वर, प्रो वाइस चांसलर एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ कैंपस की देखरेख में इवेंट चेयरपर्सन विंग कमांडर (डॉ) अनिल कुमार, सहायक प्रो वीसी और निदेशक, समन्वयक डॉ. अनुराधा मिश्रा, सहायक प्रोफेसर, एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ ने किया.
पांच दिवसीय एफडीपी 21 जून 2021 को शुरू हुआ था. जिसमें प्रतिष्ठित शिक्षाविद् डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना, पूर्व निदेशक एआईसीटीई और संत लोंगोवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद रहे. एफडीपी 15 सत्रों में आयोजित किया गया, जिसके दौरान देश भर के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से आमंत्रित डोमेन विशेषज्ञों ने व्यावहारिक प्रशिक्षण सहित गहन प्रशिक्षण दिया. एफडीपी में पूरे भारत के 80 जिलों के 200 से अधिक शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, विद्वानों और संकाय सदस्यों ने हिस्सेदारी की.
कार्यक्रम के समापन समारोह मे मुख्य अतिथि प्रो. शलभ, आईआईटी कानपुर मौजूद रहे. उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी को उत्कृष्ट कार्यक्रम आयोजित करने की बधाई दी. इसके अलावा समारोह में प्रो. आमोद कुमार तिवारी, अनंत प्रकाश अवस्थी एवम प्रो. प्रवीण कुमार मिश्र उपस्थित रहे.
विंग कमांडर (डॉ) अनिल कुमार ने कहा कि एफडीपी का उद्देश्य प्रतिभागियों को ज्ञान में विशिष्ट गुणात्मक बढ़त और क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों से डेटा विज्ञान में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए पर्याप्त कौशल स्तर प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि आज के दौर में डेटा साइंस का महत्व इतना अधिक है कि किसी भी क्षेत्र के शिक्षक के लिए इसे सीखना बहुत आवश्यक हो गया है.
धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनुराधा मिश्रा, सहायक प्रोफेसर, एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ ने डॉ. अशोक के चौहान, संस्थापक अध्यक्ष, एमिटी विश्वविद्यालय, डॉ. असीम चौहान, कुलाधिपति और अध्यक्ष, लखनऊ परिसर, डॉ. अतुल चौहान, अध्यक्ष और डॉ. बलविंदर शुक्ला, कुलपति, एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ कैंपस का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने एआइसीटीई अटल अकादमी को धन्यवाद दिया कि उनके प्रस्ताव को स्वीकार किया गया और उन्हें इस एफडीपी को आयोजित करने का अवसर दिया. उन्होंने उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एआईसीटीई के भूतपूर्व निदेशक डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना को धन्यवाद दिया, जिन्होंने डेटा साइंस पर वर्तमान स्थिति को समझाया और सभी को इसे सीखने के लिए प्रेरित किया.
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डॉ. अनुराधा ने प्रोफेसर शलभ, आईआईटी कानपुर को अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद इस एफडीपी को तीन दिन का समय देने और सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने अन्य वक्ताओं डॉ. अरविंद पांडे, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, डॉ. आमोद कुमार तिवारी, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, सोनभद्र, श्री अनंत अवस्थी, जेनपैक्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और डॉ. मंजू अग्रवाल, डीन, छात्र कल्याण और मनोविज्ञान की प्रोफेसर, एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ कैंपस को कार्यक्रम में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया.
उन्होंने उल्लेख किया कि विभिन्न क्षेत्रों के उच्च पदों पर कार्यरत प्रतिभागी एफडीपी में शामिल हुए और वे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्राप्त ज्ञान का उपयोग अपने-अपने क्षेत्रों में करेंगे. नतीजतन, उनके द्वारा किए जा रहे शिक्षण और शोध कार्यों की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, जिससे समाज और राष्ट्र को लाभ होगा.