जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी. इससे पहले कल विपक्ष द्वारा मणिपुर हिंसा, बेरोजगारी, भारत-चीन सीमा स्थिति और अन्य कई मुद्दों पर हंगामा करने के बाद संसद के दोनों सदनों को शुक्रवार (21 जुलाई) तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने चेयरपर्सन जगदीप धनखड़ से आग्रह किया कि वे मणिपुर हिंसा मुद्दे पर चर्चा करने के लिए ‘अन्य सभी कार्यों को निलंबित करें’ और इस मामले पर विपक्ष की मांग है कि पीएम मोदी संसद में बयान दें.
‘सस्पेंशन ऑफ बिजनेस’ नोटिस
राज्यों की परिषद (राज्य सभा) में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के अनुसार, नियम 267 के तहत, ‘कोई भी सदस्य, सभापति की सहमति से, यह प्रस्ताव कर सकता है कि उस दिन की परिषद के समक्ष सूचीबद्ध कार्यों से संबंधित किसी प्रस्ताव पर लागू होने वाले किसी भी नियम को निलंबित किया जा सकता है और यदि प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो विचाराधीन नियम को कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया जाएगा.’
हम मणिपुर पर चर्चा को तैयार
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष मणिपुर की घटना को राजनीतिक चश्मे से देख रहा है और इसका राजनीतिकरण करना चाहता है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘हमने कहा है कि हम बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष बहस से भाग रहा है’.
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कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस देकर मणिपुर की स्थिति पर चर्चा कराने की मांग की है. आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस देकर मणिपुर के हालात पर चर्चा कराने की मांग की है. राजद सांसद मनोज कुमार झा ने भी राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग की है.