जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अब मल्लिकार्जुन खडग़े और शशि थरूर के बीच अब मुकाबला होगा क्योंकि तीसरे प्रत्याशी झारखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री केएन त्रिपाठी का नामांकन रद्द हो गया था है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख आज 8 अक्टूबर है। अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद शशि थरूर के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिल सकता है। शशि थरूर पहले ही कह चुके हैं कि वह अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे। शशि थरूर ने कहा कि मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धोखा नहीं दूंगा।
शशि थरूर ने एक न्यूज चैनल से खास बातचीत में कहा था, ”मैं उन्हें कभी धोखा नहीं दूंगा जिन्होंने मेरे लिए अपना सब दांव पर लगा दिया है. मैं उन्हें कभी निराश नहीं होने दूंगा। मैं अध्यक्ष पद की इस दौड़ में अपने लिए नहीं, बल्कि कांग्रेस के उन आम कार्यकर्ताओं के लिए हूं जिन्होंने मुझे संपर्क कर मुझसे यह चुनाव लड़ने का निवेदन किया है।
” यहां ये भी बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर इन दिनों अपने चुनाव कैंपेन में व्यस्त हैं। नागपुर (Nagpur) से चुनाव प्रचार की शुरुआत करने वाले शशि अब चेन्नई में प्रचार करते नजर आएंगे।
बता दे कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में इस वक्त जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है। हालात तो इतने खराब हो गए है बड़े से बड़े दिग्गज अब कांग्रेस से किनारा करते नजर आ रहे हैं। राज्य में उसकी स्थिति लगातार खराब हो रही है। दूसरी ओर बगावत इस वक्त कांग्रेस में ज्यादा देखने को मिल रही है। इसका ताजा उदाहरण है राजस्थान।
राजस्थान में बीते कुछ दिनों ऐसी उठापटक देखने को मिली कि सोनिया गांधी भी अशोक गहलोत से नाराज हो गई। कल तो अशोक गहलोत पार्टी के चहेते थे लेकिन अब वो कांग्रेस के निशाने पर आ गए है।
दरअसल राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में बगावत देखने को तब मिली जब अशोक गहलोत कांग्रेस का चुनाव लडऩे की तैयारी में थे और वहां पर सचिन पायलट को हाईकमान ने सीएम बनाने का मन बना लिया था लेकिन गहलोत कैंप ने ऐसा खेल खेला कि अब अशोक गहलोत को सोनिया गांधी से माफ मागनी पड़ी है। अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद से किनारा करना पड़ा।