जुबिली स्पेशल डेस्क
रांची। झारखंड के लिए सोमवार का दिन अहम होने जा रहा है क्योंकि हेमंत सोरेन को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। लोकल मीडिया के मुताबिक इंडिया ब्लॉक और एनडीए ने इसकी तैयारी कर ली है और कल शाम को फ्लोर टेस्ट को लेकर दोनों तरफ से रणनीति बनायी गई है।
बताया जा रहा है कि फ्लोर टेस्ट के बाद हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। उधर झामुमो, कांग्रेस और राजद विधायकों ने विश्वास मत हासिल करने का पूरा भरोसा जताया जबकि एनडीए की तरफ से कहा जा रहा है कि हमेंत सोरेन के लिए इतना आसान भी नहीं होने जा रहा है।
कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बैठक के दौरान शक्ति परीक्षण और मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई। विश्वास मत के बाद हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार होना तय है।
प्रदीप यादव ने दावा किया कि विश्वास मत जीतने के लिए उनके पास सदन में पर्याप्त संख्या है। जबकि झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि पार्टी ने सभी गठबंधन विधायकों को सदन में उपस्थित रहने और फ्लोर टेस्ट में भाग लेने का निर्देश दिया है।
बता दे कि झारखंड में एक बार फिर हेमंत सोरेन सीएम बन गए । पांच महीने जेल में रहने के बाद उनको जमानत मिल गई है जिसके बाद उनकी सीएम के तौर पर ताजपोशी हो गई ।
ऐसे में चंपई सोरेन ने झारखंड के नए सीएम के चलते अपनी कुर्सी छोडऩे पर मजबूर होना पड़ा और उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उधर पता चल रहा है कि चंपई सोरेन कुर्सी छोडऩे के मुड में नहीं थे और उन्होंने इसके पीछे कई दलील भी लेकिन उनकी दाल नहीं गली।
बताया जा रहा है कि उन्होंने इस दौरान बैठक में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगले कुछ महीनों में ही चुनाव होने वाला है, ऐसे में उनका कुर्सी से हटना जनता में गलत संदेश जा सकता है।
उन्होंने ये भी कहा कि हेमंत सोरेन अभी जमानत पर है और इस वजह से विरोधी एक बार फिर सरकार कोअस्थिर करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन इसके बावजूद पार्टी उनके साथ नहीं बल्कि हेमंत सोरेन के साथ खड़ी नजर आई।