जुबिली स्पेशल डेस्क
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा लगातार सुर्खियों में है। दरअसल उनके ऊपर लगे रिश्वतखोरी के आरोप अब उनके लिए मुश्किलें जरूर खड़ी करते हुए नजर आ रहे हैं।
अब इस मामले में तृणमूल कांग्रेस का बयान भी सामने आया है और तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने साफ कर दिया है उनकी पार्टी इस बारे में कोई जवाब नहीं दे सकती है।
देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत में उन्होंने ”…कोई कमेंट नहीं… इस मुद्दे पर टीएमसी कुछ नहीं कहेगी, इसका जवाब संबंधित व्यक्ति दे सकता है, टीएमसी पार्टी नही। ” उन्होंने इसी के साथ आगे कहा कि ”हम मामले पर नजर बनाए हुए हैं लेकिन हम अभी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। ‘
बता दे कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगाया था और कहा था कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर कैश-गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछती है।
इतना ही नहीं टीएमसी सांसद पर आरोप लगा था कि उन्होंने अदाणी ग्रुप को निशाना बनाने के लिए पैसे लेकर सवाल पूछे हैं। इस पूरे मामले पर अब झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लेटर लिखकर इसकी शिकायत की और गंभीर आरोप लगाये थे ।
अब इस मामले में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी ने गुरुवार को संसद की आचार समिति के सामने एफिडेविट दाखिल किया है। इस एफिडेविड पर गौर करें तो इसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर बेहद चौंकाने वाली बात कही है।
इसमें कहा गया है कि महुआ ने हीरानंदानी के साथ अपनी संसदीय लॉग इन आईडी और पासवर्ड शेयर किया था, जिससे वह (हीरानंदानी) महुआ की तरफ से सवाल कर सकें। मामला अब ज्यादा तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। वही अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सफाई दी है। इसपर टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी का एजेंडा है मुझे चुप कराना।