जुबिली न्यूज़ डेस्क
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर सियासी उठापटक जारी है। हाल ही में टीएमसी की वीरभूम से सांसद शताब्दी रॉय बगावती तेवरों को लेकर चर्चा में आई थी। इसके बाद उनके बगावती होने का असर पार्टी पर इसकदर पड़ा कि पार्टी ने उनका प्रमोशन कर दिया। जी हां सांसद शताब्दी रॉय को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई का उपाध्यक्ष बना दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को ही टीएमसी की सांसद ने बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी के नेताओं पर खुद को नीचा दिखाने का आरोप लगाया था।यही नहीं उन्होंने जल्द ही अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर एलान करने का फैसला लिया था। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी से बात करने के बाद उनके तेवर कुछ नरम पड़े थे।
Trinamool Congress appoints Birbhum MP Shatabdi Roy as vice-president of the party’s West Bengal unit.
— ANI (@ANI) January 17, 2021
इसके बाद उन्होंने कहा था कि, ‘मैंने अभिषेक बनर्जी से बात की और उन्होंने उन मुद्दों को समझा जो मैंने उठाए थे। मैं कल दिल्ली नहीं जा रही हूं। मैं तृणमूल के साथ ही रहूंगी।’ बता दें कि शताब्दी रॉय के बगावती होने के बाद ऐसे कयास लगाए जाने लगे थे कि वो भाजपा में जल्द ही शामिल हो सकती हैलेकिन उन्होंने इन कयासों पर विराम लगा दिया है। अब पार्टी ने उन्हें उपाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा है।
उपाध्यक्ष बनने के बाद शताब्दी रॉय ने ने बताया कि जिन्हें पार्टी से दिक्कत है, वह अन्य विकल्प तलाशने के बजाय पार्टी फोरम पर अपनी बात रखें। आज जब टीएमसी कठिन समय से गुजर रही है तो दूसरी पार्टी में जाना अनैतिकता होगी।
इससे पहले उन्होंने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा था कि जिस तरह युवा नेता ने उनकी समस्याओं को सुना और समाधान का आश्वासन दिया, उससे वह खुश हैं। सारे विवादों को सुलझा दिया गया है। पार्टी इन मुद्दों को देखेगी। मैं सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहती हूं कि अगर उन्हें कोई समस्या है तो पार्टी के भीतर चर्चा करें।