जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। महंगे पेट्रोल- डीजल की मार झेल रहे ग्राहकों को और जेब ढीली करनी पड़ सकती है। आने वाले दिनों में तेल की कीमतों में इजाफा संभव है। इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं। आज के कारोबार में क्रूड 48 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार कर गया है।
एक्सपर्ट मान रहे हें कि क्रूड में आई हालिया तेजी आगे भी जारी रहने वाली है। शॉर्ट टर्म में क्रूड 50 डॉलर प्रति बैरल का भाव जल्द पार कर जाएगा। इंटरनेशनल एजेंसियों का मानना है कि 2021 में ब्रेंट क्रूड 60 डॉलर तक का भाव दिखा सकता है।
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नवंबर में अब तक इसके भाव में 12 डॉलर प्रति बैरल की तेजी आ चुकी है। 30 अक्टूबर को ब्रेंट क्रूड 36.8 डॉलर प्रति बैरल पर था। वहीं अब ये बढ़कर 48.75 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
इस साल 22 अप्रैल के फ्लो से देखें तो इसमें 32 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। कोविड 19 में लॉकडाउन के चलते मांग घटने से 22 अप्रैल को क्रूड 16 डॉलर के आस पास आ गया था।
पेट्रोल और डीजल के भाव सीधे तौर पर कच्चे तेल से जुड़े हुए हैं। भारत अपनी जरूरतों का 80 फीसदी से ज्यादा क्रूड दूसरे देशों से खरीदता है। ऐसे में क्रूड लंबे समय तक महंगा बना रहा तो भारत को नई खेप के लिए भी ज्यादा कीमत चुकानी होगी।
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ऐसे में घरेलू बास्केट में भी क्रूड महंगा होगा, जिससे तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ा सकती हैं। बता दें कि क्रूड सस्ता होने के बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल के भाव नहीं घटे। देश के कुछ राज्यों में पेट्रोल 90 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है।
बैंक आफ अमेरिका की माने तो कोविड-19 की वैक्सीन जल्द आने की उम्मीद में अब क्रूड मार्केट की कंडीशन में सुधार हो रहा है। वहीं ओपेक देशों द्वारा प्रोडक्शन कट कम करने का भी असर दिख रहा है।
असल में कोविड-19 की वैक्सीन आने की उम्मीद में अब क्रूड की डिमांड बढ़ी है। वैक्सीन आने और कोरोना का डर कम होने से अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की उम्मीद है। इस उम्मीद में क्रूड की मांग बढेगी। इस बात से क्रूड को लेकर सेंटीमेंट सुधर रहे हैं।
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