जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / आगरा. आगरा में एक डायग्नास्टिक सेंटर में सिटी स्कैन के दौरान तीन साल के एक बच्चे की मौत के बाद बच्चे के घर में कोहराम मच गया है. पुलिस ने डायग्नास्टिक सेंटर के डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
आगरा के धनौली प्याऊ निवासी विनोद और उसकी पत्नी वंदना मूक व बधिर हैं लेकिन उनका तीन साल का बच्चा दिव्यांश बिलकुल सामान्य बच्चा था. वह अपने घर की छत पर खेलते वक्त अचानक छत से गिर गया. उसे हलकी चोटें आईं. घर वाले तत्काल बच्चे को लेकर एस.आर. अस्पताल ले गए. डॉक्टर ने उसका सिटी स्कैन कराने की सलाह दी ताकि यह तसल्ली की जा सके कि बच्चे को कोई अंदरूनी चोट नहीं है.
दिव्यांश का पिता उसे लेकर अग्रवाल डायग्नास्टिक सेंटर गया. वहां मौजूद डॉक्टर नितिन अग्रवाल ने सिटी स्कैन से पहले उसे इंजेक्शन दिया. इंजेक्शन लगते ही बच्चे की तबियत तेज़ी से बिगड़ने लगी. बच्चे की हालत देखकर डॉक्टर ने बच्चे को फ़ौरन अस्पताल ले जाने को कहा. पिता बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचा तो बच्चे की मौत हो चुकी थी. बच्चे की मौत के बाद परिजन फ़ौरन डायग्नास्टिक सेंटर पहुंचे तो डॉक्टर नितिन अग्रवाल और दूसरे कर्मचारी डायग्नास्टिक सेंटर में ताला लगाकर फरार हो चुके थे.
इसके बाद डायग्नास्टिक सेंटर के बाहर हंगामा शुरू हो गया, घटना की जानकारी पाकर एसपी सिटी विकास कुमार मौके पर पहुंचे. एसपी सिटी के निर्देश पर डायग्नास्टिक सेंटर के डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ गलत इंजेक्शन देने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
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