अविनाश भदौरिया
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में चार दिन बचे हैं। 11 अप्रैल को सहारनपुर समेत पश्चिमी यूपी की 8 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. रविवार को देवबंद में गठबंधन ने रैली करके चुनाव प्रचार की शुरुआत की। यूपी में सपा-बसपा और आरएलडी ने मोदी लहर को रोकने के लिए गठबंधन किया है। अब तक चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए गठबंधन ने देवबंद की रैली में एकजुट होकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
देवबंद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और आरएलडी प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने संयुक्त रैली करके संदेश देने की कोशिश की है कि यूपी में गठबंधन ही बीजेपी को रोक सकता है। इस रैली में मायावती और अखिलेश के निशाने पर बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस भी रही।
देवबंद में हुई इस महारैली में कई रंग देखने को मिले। रैली के पंडाल से लेकर समर्थकों के पहनावे तक में इन रंगों को देखा गया। रैली में समाजवादी पार्टी का लाल तो बहुजन समाज पार्टी का नीला और राष्ट्रीय जनता दल का हरा रंग देखने को मिला।
रैली स्थल में तीनों पार्टियों के झंडे लगाए गए थे। मंच पर मायावती, अखिलेश यादव और अजित सिंह मौजूद दिखे। वहीं इस रैली बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश और अजीत सिंह के बेटे जयंत भी नजर आए।
देवबंद की इस रैली में अखिलेश यादव, आकाश और जयंत चौधरी को देखकर यूपी के भविष्य की राजनीति की तस्वीर भी सपष्ट नजर आ रही थी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में सपा-बसपा और आरएलडी का वर्चस्व रहा है। तीनों ही पार्टियों ने यूपी में राष्ट्रीय पार्टियों के लिए परेशानी बढाई है।
समाजवादी पार्टी की कमान अब अखिलेश यादव के हाथ में है और जयंत चौधरी भी आरएलडी के भविष्य है। वहीं, बसपा का भविष्य आकाश को माना जा रहा है। मायावती के साथ पिछले कुछ समय से हर महत्वपूर्ण अवसर पर आकाश को देखा गया है। ऐसा माना जा रहा है कि मायावती के बाद बसपा की कमान आकाश के हाथों में होगी। बसपा प्रमुख मायावती अभी आकाश को राजनीति के गुर सिखा रही हैं।
भीम आर्मी के समर्थक भी रहे मौजूद
सपा-बसपा-रालोद के समर्थक हज़ारों की संख्या में जुटे। इस रैली में में आई भीड़ में सपा, बसपा और आरएलडी के समर्थकों के साथ भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के समर्थक भी मौजूद रहे। बता दें कि रावण के नाम से फेमस चंद्रशेखर को मायावती ने भारतीय जनता पार्टी का एजेंट बताया था। बता दें कि महागठबंधन उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कई साझा रैलियां करेगा। इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी 37, बहुजन समाज पार्टी 38 और रालोद 3 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में कुल 7 चरणों में मतदान होना है।