जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की संसद में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष एकजुट है। दरअसल संसद में इस बार मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामा देखने को मिल रहा है।
इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को सोमवार (24 जुलाई) को राज्यसभा से बचे मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया। मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सांसद संसद के बाहर लगातार धरना दे रहे हैं।
विपक्ष चाहता है कि पीएम मोदी संसद का मॉनसून में मणिपुर हिंसा पर बयान दे और फिर इस पर विस्तार से चर्चा हो। इसको लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है लेकिन ये तय है कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा क्योंकि मोदी सरकार बहुमत में है। विपक्ष को मालूम है कि अविश्वास प्रस्ताव गिर जायेगा लेकिन जब अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा, तब प्रधानमंत्री को इस पर सदन के अंदर जवाब देना होगा।
इसलिए लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आया है। दूसरी तरह सरकार चाहती है कि गृह मंत्री अमित शाह के बयान के साथ चर्चा शुरू हो लेकिन विपक्ष तैयार नहीं है। उसने खास रणनीति बनायी है। मणिपुर मुद्दे पर पीएम मोदी के बयान के अलावा विपक्ष को कुछ भी मंजूर नहीं है।
देश के जाने-माने न्यूज चैनल की माने तो विपक्षी गठबंधन जिसका नाम इंडिया है वो सदन में नितिन गडकरी जैसे कुछ मंत्री या अन्य पार्टियों के सांसद अपनी बात रखेंगे, तो इस पर विपक्ष किसी तरह का हंगामा नहीं करेंगा लेकिन अन्य सांसदों को घेरने में विपक्षी गठबंधन कोई कसर नहीं छोड़ेंगा।
विपक्षी सांसद प्रश्नकाल के समय मणिपुर का मुद्दा उठाएंगे। इस दौरान तारांकित प्रश्न भी लिया जायेगा। इसके लिए अध्यक्ष को पूरक के लिए सदस्य के पास आना पड़ेगा।
तारांकित प्रश्न के तहत सदस्य मौखिक उत्तर चाहता है जब प्रश्न पर सत्ता पक्ष की ओर से मौखिक उत्तर होता है तो उस पर अनुपूरक प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कुल मिलाकर अब देखना होगा कि सदन में अविश्वासप्रस्ताव के दौरान और क्या-क्या होता है। इसके आलावा ये भी देखना होगा कि पीएम मोदी सदन में अपनी बात कैसे रखतेहैं और विपक्ष इसे कैसे लेता है।