जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े उत्तर प्रदेश की सियासत में आज एक बड़ा घटनाक्रम हुआ. पूर्वांचल की सियासत में सबसे कद्दावर ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले हरिशंकर तिवारी के दोनों बेटे कुशल तिवारी और विनय शंकर तिवारी रविवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई.
हरिशंकर तिवारी के बेटों के साथ ही विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय, संतकबीरनगर से बीजेपी विधायक दिग्विजय नारायण चौबे, संतोष तिवारी और पायल किन्नर ने भी रविवार को समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. पायल किन्नर को समाजवादी पार्टी की किन्नर सभा का अध्यक्ष बनाया गया है.
चिल्लू पार विधायक विनय शंकर तिवारी ने हाल ही में जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में अखिलेश यादव से मुलाक़ात की थी. उसी के बाद से यह कयास लगाए जाने लगे थे कि विनय शंकर तिवारी समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले हैं. इसी चर्चा ने जोर पकड़ा तो बसपा सुप्रीमो मायावती ने विनय शंकर तिवारी के साथ ही उनके बड़े भाई और पूर्व सांसद कुशल तिवारी और हरिशंकर तिवारी के भांजे पूर्व एमएलसी गणेश शंकर पाण्डेय को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 12, 2021
समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद बिनय शंकर तिवारी ने कहा कि 2017 में जनता के बड़े समर्थन से उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी थी लेकिन इस सरकार ने लोकतंत्र को राजतन्त्र में बदल दिया. इस सरकार में ट्वीट करने पर जेल मिलती है. बोलने पर पाबंदी है. काम किसी का और पत्थर किसी के लग रहे हैं. ब्राह्मणों का लगातार अपमान हो रहा है और इनकाउन्टर इस सरकार की नीति बन चुकी है.
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