जुबिली स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस भले ही अब कमजोर पड़ गया हो लेकिन इसकी अगली लहर से अब भी इनकार नहीं किया जा सकता है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक रही है।
इस दौरान लोगों की मौते खूब हुई है। लोग ऑक्सीजन और बेड की कमी की वजह से दम तोड़ते नजर आये हैं। हालांकि अब कोरोना पहले के मुकाबले काफी कमजोर हुआ है लेकिन कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अब मंडरा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रमुख डॉ हैन्स क्लूज ने बड़ा बयान दिया है। उनका यह बयान कोरोना को लेकर है। दरअसल उन्होंने कोरोना को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मामलों की संख्या फिर से करीब करीब रिकॉर्ड स्तर तक बढऩे लगी है और क्षेत्र में प्रसार की रफ्तार ‘गंभीर चिंता’ का विषय है। डॉ क्लेज ने आगे कहा कि एक हफ्ते में 53 देशों के क्षेत्र में कोविड के कारण लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर दोगुनी से ज्यादा देखी जा सकती है।
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उन्होंने यह बयान डेनमार्क के कोपनहेगन में संगठन के यूरोप मुख्यालय में दिया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूरोप फिर से महामारी के केंद्र में हैं जहां हम एक साल पहले थे।’
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डॉ क्लेज ने कहा कि इसमें फर्क यह है कि स्वास्थ्य अधिकारियों को वायरस के बारे में ज्यादा जानकारी है और उनके पास इससे मुकाबला करने के लिए बेहतर उपकरण हैं।
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया है कि इन देशों में क्यों कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक हफ्ते में 53 देशों के क्षेत्र में कोविड के कारण लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर दोगुनी से ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने कहा कुछ क्षेत्रों में टीकाकरण की कम दर बताती है कि मामले क्यों बढ़ रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने चेताया है अगर काबू नहीं किया गया तो क्षेत्र में फरवरी तक पांच लाख और लोगों की महामारी के कारण जान जा सकती है।