प्रमुख संवाददाता
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की पीसीआर यूनिट में तैनात सिपाही ने अपनी रात-दिन की मेहनत के बल पर तरक्की की जो बड़ी छलांग लगाई है, वह देश भर के लोगों के लिए प्रेरणा का कारण बनेगी. यूपीएससी परीक्षा में उसकी 645वीं रैंक आयी है. इस रैंक के मुताबिक़ वह आईएएस या आईपीएस अधिकारी के पद पर तैनात किया जाएगा.
फ़िरोज़ आलम अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर इतना मंत्रमुग्ध था कि उसने खुद को उस लायक बनाने का फैसला किया. अपनी नौकरी के साथ-साथ उसने बचे हुए वक्त को किताबों को समर्पित कर दिया. उसने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी यह सोचकर की कि इस पद को किसी भी सूरत में हासिल करना है. उसकी रात-दिन की मेहनत को देखते हुए विभागीय अधिकारियों ने भी उसे ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करने का मौका दिया.
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उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुआ क्षेत्र के रहने वाले फ़िरोज़ आलम ने वर्ष 2010 में दिल्ली पुलिस में सिपाही की नौकरी ज्वाइन की थी. उस वक्त फ़िरोज़ इंटर पास था. नौकरी के दौरान वह पढ़ाई करता रहा. ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षाएं पास कर डालीं. वर्ष 2014 में पहली बार उसने यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिम नाकाम रहा. वह अपनी धुन में लगा रहा और इस बार कामयाब हो गया. अपनी मेहनत के दम पर फ़िरोज़ सिपाही से सीधे प्रथम श्रेणी का राजपत्रित अधिकारी बन जाएगा.