जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बाबरी मस्जिद के मुआवज़े के तौर पर धन्नीपुर में मिली पांच एकड़ ज़मीन पर आलीशान मस्जिद, शानदार अस्पताल और कम्युनिटी किचेन बनाए जाने का एक कदम और आगे बढ़ गया. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने इस पूरी परियोजना की ड्राइंग मंजूरी के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण को सौंप दी.
धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद के ट्रस्टी अफजाल अहमद खान ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने अधिकारियों को बताया कि धन्नीपुर में ट्रस्ट जो मस्जिद बनाने जा रहा है उसके साथ ही 300 बेड का सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल, एक सामुदायिक किचेन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद मौलवी अहमद उल्ला शाह के नाम पर रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा. मस्जिद इतनी बड़ी होगी कि उसमें दो हज़ार नमाजी नमाज़ अदा कर सकें और सामुदायिक किचेन होगा जो रोजाना एक हज़ार लोगों का पेट भर सके.
ट्रस्ट ने अयोध्या विकास प्राधिकरण को 11 सेट में परियोजना की पूरी डिजाइन सौंप दी है. साथ ही नक्शा स्वीकृत किये जाने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क के 89 हज़ार रुपये भी जमा करा दिए हैं.
यह भी पढ़ें : अखिलेश के संसदीय क्षेत्र में सीएम योगी ने लोगों से किया संवाद
यह भी पढ़ें : हरीश चन्द्र धानुक : मोहर्रम में देखना तुम्हें ढूंढेगा लखनऊ
यह भी पढ़ें : ब्लैक एंड व्हाइट के बाद अब यलो फंगस की दस्तक
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : नदियों में लाशें नहीं हमारी गैरत बही है
ट्रस्टी कैप्टन अफजाल अहमद खान ने बताया कि इस परियोजना का नक्शा क्योंकि आकार में काफी बड़ा है इसलिए ऑनलाइन अप्लाई नहीं किया जा सकता था. इसी वजह से व्यक्तिगत रूप से प्राधिकरण में जाकर उपाध्यक्ष को स्वीकृति के लिए मानचित्र सौंप दिया है.
उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अभी तक इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को टैक्स में छूट के लिए 80 जी प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है. इस वजह से ट्रस्ट अभी किसी से दान नहीं ले रहा है. इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार और वित्त मंत्रालय से मदद माँगी गई है.