जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. बाबरी मस्जिद के मुआवज़े के तौर पर अयोध्या के धन्नीपुर गाँव में मिली मस्जिद का डिजाइन तय हो गया है. आर्किटेक्ट एस.एम. अख्तर ने बताया कि इस मस्जिद को इस्लामिक कल्चर के तहत डिजाइन किया गया है. 15 हज़ार वर्गफुट में बनने वाली इस मस्जिद में न गुम्बद होगा न मीनारें.
एस.एम.अख्तर ने बताया कि पारम्परिक इस्लामिक आर्किटेक्चर में गुम्बद और मीनार नहीं होते हैं. इसीलिये इस मस्जिद में भी गुम्बद और मीनार नहीं होंगी. उन्होंने बताया कि अगले दो साल में इस मस्जिद का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. मस्जिद परिसर में एक लायब्रेरी और संग्रहालय भी बनाया जाएगा. इसमें अवध को अच्छी तरह से महसूस किया जा सकेगा. इस संग्रहालय में रूमी गेट, इमामबाड़े और मन्दिरों के मॉडल भी देखने को मिलेंगे. लायब्रेरी का ज़िम्मा प्रोफ़ेसर पुष्पेश पन्त को सौंपा गया है. पुष्पेश पन्त ने अपना काम शुरू कर दिया है.
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प्रो.पन्त ने बताया कि लायब्रेरी और संग्रहालय सभी धर्मों के लोगों के लिए होगा. वहां जो भी जाएगा उसे कुछ न कुछ ख़ास अनुभव ज़रूर होगा.