जुबिली स्पेशल डेस्क
बुधवार का दिन पूरे भारत के लिए खास बन गया जब भारत ने इतिहास रच दिया था। भारत ने नया इतिहास रचते हुए चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली थी।
इसके बाद तो पूरे देश में जश्न का माहौल है। लोग सुबह से इस खास पल का इंतेजार कर रहे थे और आखिरकार वो पल आ गया और 140 करोड़ लोगों की प्रार्थना और इसरो के 16 हजार वैज्ञानिकों की मेहनत की वजह से बुधवार को भारत ने इतिहास रचा।
इसरो के मिशन मून चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग हुई है। 23 अगस्त (बुधवार) को शाम 6.04 बजे चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरा था। भारत की इस शानदार कामयाबी पूरा देश गर्व कर रहा है। इतना ही नहीं पूरी दुनिया भारत की इस कामयाबी को सलाम कर रही है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां चंद्रयान लैंड किया उस स्थान को शिवशक्ति का नाम दिए जाने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद नाम शिवशक्ति प्वाइंट को लेकर विवाद भी देखने को मिल रहा है। लखनऊ स्थित शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने इसका विरोध जताया है।
शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि हमारे मुल्क के साइंटिस्टों की मेहनत और इंडियन रिसर्च आर्गनाइजेशन ने जो कामयाबी हासिल की है। यह कामयाबी मुल्क की कामयाबी है। इसको इस तरह से कहना सही नहीं है। इसका नाम हिंदुस्तान होना चाहिए।मौलाना सैफ अब्बास ने आगे उदाहरण देते हुए कहा, जैसा कि यूपी के मुज़फ़्फ़रनगर के मंसूर गांव में जो घटना घटी है।
वह इसी तरीके की मेंटेलिटी का नतीजा है। चाहे मुंबई के रेल में गोली कांड हो, यह मंसूरपुर गांव की घटना हो। ये सब ऐसी सोच का नतीजा है। सैफ अब्बास नकवी ने कहा, जहां विक्रम लैंडर साउथ पोल के ऊपर लैंड किया है। मैं समझता हूं उसका नाम जो है भारत रखना चाहिए, इंडिया रखना चाहिए, हिंदुस्तान रखना चाहिए। यह सबके लिए मुनासिब रहता। ताकि वहां पर इस तरीके से इंडिया नाम से तिरंगा हमारा लहराता रहे।
सैफ अब्बास नकवी ने कहा, जो इस तरीके की चीज होती हैं। हमारे साइंटिस्टों से होती हैं। उसे मुल्क को समर्पित करना चाहिए। देश को समर्पित करना चाहिए। उसमें देश के 140 करोड़ जनता का गर्व है। सबकी दुआएं शामिल हैं और इसरो के साइंटिस्टों की मेहनत है। उस जगह का भारत, इंडिया और हिंदुस्तान इससे अच्छा क्या नाम होगा। हमेशा के लिए वहां पर हिंदुस्तान का तिरंगा लहराएगा।