- Atiq Ahmad Shot Dead कुछ अहम अपडेट
- लवलेश के पिता बोले, परिवार से कोई लेना-देना नहीं
- अतीक की सुरक्षा में तैनात सभी 17 पुलिसकर्मी को सस्पेंड
- हत्याकांड के आरोपी बोले- ‘बनना चाहते थे डॉन
- उनका खात्मा किया, 2 दिन से कर रहे थे रेकी’
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इस वक्त अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस दौरान कई तरह के सवाल है जिसका जवाब किसी के पास नहीं है।
आखिर कैसे पुलिस की निगरानी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसका जवाब अभी तक यूपी पुलिस और सरकार के पास नहीं है।
उधर हत्या करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। स्थानीय मीडिया ने बताया है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों युवकों के नाम सनी, अरुण और लवलेश है। पुलिस रिकॉर्ड में इनका नाम शामिल है। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों हत्यारों को कॉल्विन अस्पताल ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पता ये भी चला है कि ये तीनों प्रयागराज के रहने वाले नहीं है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अतीक अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है। उधर इस पूरे हत्याकांड में और कौन-कौन शामिल है, इसकी जांच भी शुरू हो गई है।
अतीक अहमद के हत्यारों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह कभी जेल नहीं गए. लेकिन तफ्तीश में यह बात सामने आ रही है कि कुछ हमलावर जेल जा चुके हैं। इनके खिलाफ केस भी दर्ज हैं। पुलिस की सख्ती के बाद उन्होंने बयान दिया है कि अतीक और अशरफ की हत्या कर वह डॉन बनना चाहते थे। अतीक की तरह ही अपराध की दुनिया में अपना सिक्का जमाना चाहते थे और इसी वजह से इस वारदात को अंजाम दिया है।
ACTION में UP पुलिस
उधर कासगंज में अतीक हत्याकांड में शामिल शूटर अरुण मौर्या के घर पुलिस पहुंची। बताया जा रहा है कि GRP के सिपाही की हत्त्या में पुलिस को थी अरुण की तलाश है।
अरुण मौर्य करीब 6 साल से फरार चल रहा है परिजनों से कर रही पूंछताछ, परिजनों ने कहा कि लंबे समय से यहां नहीं रहता अरुण मौर्या, पुलिस परिजनों से पूंछताछ में जुटी। अरुण मौर्या सोरों कोतवाली क्षेत्र के बघेला पुख्ता गाँव का रहना वाला है।
वही पुलिस को बांदा में लवलेश के घर का पता चल गया है। लवलेश शहर कोतवाली के क्योटरा मुहल्ले में किराये से रहता था। पिता ने मीडिया से कहा कि हमसे कोई मतलब नही, घर कभी कभी आता जाता था 5 से 6 दिन पहले बांदा आया था। पूर्व में एक मामले में जेल गया था मूल रूप से जसपुरा का रहने वाला है।
भाई वेद तिवारी ने कहा हमसे मतलब नहीं था। यही अतीक अहमद और उसके भाई पर हत्याकांड मामले में सनी सिंह थाना कुरारा इलाके का है हिस्ट्रीशीटर है। शूटर सनी सिंह पर है लगभग 17 मामले दर्ज शूटर सनी सिंह के माता – पिता मरने के बाद बना है अपराधी बना है। शूटर सनी सिंह कई सालो से अपने घर नही आया है।
सूत्रों के अनुसार गैंगस्टर अतीक और अशरफ के तीन हत्यारोपियों में से एक अरुण मौर्य कासगंज जनपद के थाना सोरों क्षेत्र के गंगा की कटरी के बघेला पुख़्ता गावं का रहने वाला है।
ये इस गावं में अपने चाचा चाची के यहाँ रहता है। बताया जा रहा है कि अरुण मौर्या ने दिल्ली में एक मुस्लिम लड़की से शादी की है। और ये दिल्ली रहता है। इसके पिता का नाम हीरा लाल मौर्या है और इसके माता पिता की मौत हों चुकी है।