जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में कोरोना लगातार खतरनाक हो रहा है। हालांकि सरकार कोरोना को काबू करने की बात कह रही है। इस वजह से सरकार ने वहां पर दोबारा लॉकडाउन का ऐलान किया है। हालांकि कोरोना काल में नीतीश सरकार के लिए बारिश भी आफत बनती दिख रही है।
आलम तो यह है कि कई इलाकों में बारिश ने कोहराम मचाया है। इस वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है और डूबने की कगार पर पहुंच गए है। बिहार के सुपौल जिले से कोविड सेंटर पानी से भर गया है। आलम तो यह है कि धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर अपनी जिंदगी की परवाह किये बगैर लोगों का इलाज कर रहे हैं।
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दरअसल कोविड सेंटर के चारों तरफ पानी भर गया है और ऐसे में डॉक्टर हाफ पैंट में कोविड सेंटर में जाते दिख रहे हैं जबकि दूसरा डॉक्टर एक ठेले पर बैठकर कोविड सेंटर में जाने पर मजबूर है।
जानकारी के मुताबिक सुपौल जिले के निर्मली अनुमंडल मुख्यालय वार्ड 12 में स्थित पब्लिक रेस्ट हॉउस में बने कोविड 19 केयर सेंटर परिसर में भारी बारिश से डेढ़ से दो फीट जमा पानी हो गया है और एक सप्ताह से डॉक्टर और नर्सों को अच्छी-खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
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कोविड सेंटर में कार्यरत डॉक्टर नर्सों को अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ रहा है। बारिश का जमा पानी काफी बदबूदार है और सेंटर में सांप और कीड़़े की वजह से कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर्स भी खौफ में जी रहे हैं।
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लोग पैदल चलने पर मजबूर है और ठेले का सहारा भी ले रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि यहां पर छह कोरोना के मरीज है और उनका इलाज किया जा रहा है लेकिन सेंटर के अंदर पानी भरने से काफी परेशनी का सामना करना पड़ रहा है।