न्यूज डेस्क
यह नया भारत है। इस भारत में किसी को किसी से डर नहीं लगता है। इस नये भारत के लोगों में न तो मानवता बची है और न ही कानून का डर। वह निडर है। उन्हें कानून तोड़ने और मानवता को शर्मसार करने में मजा आता है। ये इतने निडर है कि मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार करते हैं और उनका नाम तक सामने नहीं आने पाता। इस नये भारत के गांवों की पंचायत में बैठे न्यायाधीशों में भी किसी का डर नहीं है। पंचायत, न्याय मांगने वाली बच्ची को ही दोषी बताती है और उसका सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाती है और गांव के लोग तमाशबीन बने रहते हैं। ऐसा है हमारा नया भारत।
बिहार के गया में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। शर्मनाक कहा जा रहा है तो जाहिर है मामला महिला-बच्चियों से ही जुड़ा होगा। जी हां, गया जिले के एक गांव में एक सामूहिक बलात्कार पीड़िता बच्ची का सिर मुंडवाकर उसे पूरा गांव में घुमाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गांव की नाबालिग लड़की के साथ कुछ अज्ञात लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया। यह नाबालिग जब गांव के पंचायत में न्याय मांगने पहुंची तो पीड़िता लड़की को ही दोषी करार देकर उसके सिर मुंडवाकर उसे पूरे गांव में घुमाया गया। जब यह मामला प्रकाश में आया तो पुलिस ने तुगलकी फरमान सुनाने वाले पंचायत समिति के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया।
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पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, मोहनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 15 साल की नाबालिग का 14 अगस्त की शाम कार सवार छह लोगों ने अपहरण कर लिया। आरोप है कि इन लोगों ने लड़की के साथ बलात्कार किया और उसके बाद फरार हो गए।
महिला थाने में 25 अगस्त को पीड़िता ने प्राथमिकी दर्ज कराई और कहा कि घटना के बाद पीड़िता बेहोश हो गई थी और दूसरे दिन किसी ने पीड़िता को देखा और उसकी सूचना उसके घर वालों को दी। पीड़िता ने एक आरोपी की पहचान कर ली है।
वहीं पीड़िता की मां का आरोप है कि जब वह अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए 21 अगस्त को पंचायत में हाजिर हुई तब पंचायत के लोगों ने पीड़िता को ही गलत साबित करते हुए उसका मुंड़वाकर गांव में घुमवाया।
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पीड़िता की मां ने कहा कि पंचायत के लोगों ने उसे पुलिस के पास नहीं जाने की धमकी भी दी थी। बावजूद इसके पीड़िता अपने परिजनों के साथ किसी तरह पुलिस के पास पहुंची और पूरी बात बताई।
गया के महिला थाने की प्रभारी रवि रंजना ने 26 अगस्त को बताया कि पीड़िता के बयान पर सामूहिक बलात्कार के मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता को चिकित्सा जांच के लिए भेजा गया है।
वहीं गया के पुलिस अधीक्षक (नगर) मंजीत कुमार ने कहा कि पंचायत में मौजूद लोगों के खिलाफ मोहनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें पंचायत के सदस्यों को नामजद आरोपी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।