जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी जवानों को तत्काल प्रमोशन देने के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह ऐसा कोई भी फैसला बर्दाश्त नहीं करेंगे जिसमें पुलिस के जवानों के मनोबल पर असर पड़ता हो.
पीएसी के 900 जवानों को बीस साल पहले पुलिस में ट्रांसफर किया गया था. पुलिस विभाग में काम करते हुए उन्हें प्रमोशन भी मिला. कांस्टेबिल हेड कांस्टेबिल और हेड कांस्टेबिल सब इसंपेक्टर में प्रमोट हो गए थे. इसी बीच अपर पुलिस महानिदेशक (स्थापना) पियूष आनन्द ने पीएसी के सभी 900 जवानों को वापस पीएसी में भेज दिया. अपने मूल कैडर में वापस जाने पर प्रमोशन पाने वालों का फिर से डिमोशन हो गया. डिमोशन की वजह से पीएसी में आक्रोश व्याप्त हो गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह जानकारी मिली तो वह नाराज़ हो गए. मुख्यमंत्री ने शासन को जानकारी दिए बगैर ऐसा फैसला करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देते हुए पीएसी के जवानों का तत्काल प्रमोशन करने का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया है कि ऐसा कोई भी निर्णय न लिया जाए जिससे पुलिस का मनोबल गिरता हो. उन्होंने पीएसी के सभी 900 जवानों का प्रमोशन करने का आदेश दिया है.
हालांकि डिमोशन के साथ मूल कैडर में वापस भेजे गए पीएसी के जवान इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट की शरण में चले गए हैं जहाँ सुनवाई चल रही है.बी 28 सितम्बर को भी मामले की सुनवाई होनी है. हाईकोर्ट को बताया गया है कि 09 व 10 सितम्बर को पुलिस मुख्यालय से हुए आदेशों में उन्हें डिमोशन के साथ सिविल पुलिस से पीएसी में ट्रांसफर किया गया है. ऐसा करने से पहले किसी को अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया.
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जानकारी के अनुसार बीस साल पहले पीएसी के 932 जवानों को सिविल पुलिस में ट्रांसफर किया गया था. पुलिस में रहते हुए उनका पुलिस कोटे में ही प्रमोशन भी हुआ. 14 लोग इस बीच रिटायर भी हो गए. पीएसी के एक जवान जितेन्द्र कुमार ने प्रमोशन के मुद्दे पर हाईकोर्ट में याचिका डाली थी और कहा था कि उसका प्रमोशन मुख्य आरक्षी पर पर किया जाना चाहिए था. तो पुलिस अधिकारियों को पता चला कि पीएसी से पुलिस में आये जवानों का पुलिस कोटे में प्रमोशन हुआ है. इसी के बाद आनन-फानन में सभी को डिमोशन के साथ वापस पीएसी में भेज दिया गया.
पीएसी जवानों को डिमोशन के साथ उनके मूल संवर्ग में वापस किये जाने से पीएसी में आक्रोश फ़ैल गया. जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुँची तो उन्होंने सभी जवानों के तत्काल प्रमोशन का आदेश दे दिया है.