जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का सोमवार की शाम को निधन हो गया है। प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
कई दिनों से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहन कोमा में थे। 84 वर्षीय मुखर्जी को वेंटिलेटर पर रखा गया था और फेफड़े में संक्रमण का इलाज किया जा रहा था लेकिन सोमवार की शाम को उनकी सांसों ने उनका साथ छोड़ दिया। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है।
राष्ट्रपति और पीएम ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी का निधन राष्ट्र की अपूरणीय क्षति है। वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परमधाम में स्थान दें। ॐ शांति!
पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी का निधन राष्ट्र की अपूरणीय क्षति है।
वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे।
परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परमधाम में स्थान दें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 31, 2020
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व शिवपाल यादव ने भी प्रणब मुखर्जी को भावभीनी श्रद्धांजली दी है। अखिलेश यादव ने कहा कि भारत की राजनीति ने आज एक सच्चा रत्न खोया है। भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी को भावभीनी श्रद्धांजली! भारत की राजनीति ने आज एक सच्चा रत्न खोया है ।
भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी को भावभीनी श्रद्धांजली!
भारत की राजनीति ने आज एक सच्चा रत्न खोया है. pic.twitter.com/GteEeQykf4
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 31, 2020
शिवपाल यादव ने कहा कि भारत रत्न, विख्यात अर्थशास्त्री, प्रखर राजनीतिज्ञ व पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के निधन की खबर से स्तब्ध व दु:खी हूं। श्री मुखर्जी के सौम्य व मृदुभाषी व्यक्तित्व में परंपरा व आधुनिकता का अनूठा संयोजन था। भारतीय राजनीतिक फलक के लिए उनका निधन एक युग का अंत है। श्रद्धांजलि
भारत रत्न, विख्यात अर्थशास्त्री, प्रखर राजनीतिज्ञ व पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के निधन की खबर से स्तब्ध व दुःखी हूं।
श्री मुखर्जी के सौम्य व मृदुभाषी व्यक्तित्व में परंपरा व आधुनिकता का अनूठा संयोजन था।
भारतीय राजनीतिक फलक के लिए उनका निधन एक युग का अंत है।
श्रद्धांजलि— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) August 31, 2020