जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को सूबे के लोकायुक्त की पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत किसी मामले में एफआईआर न लिखने के मामले में माँगी गई थी. जिससे रिश्वत माँगी गई थी उसने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त से कर दी थी. शिकायत मिलते ही लोकायुक्त ने जाल बिछाया और हेड कांस्टेबल उस जाल में फंस गया.
जानकारी के अनुसार सतना जिले के रामनगर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल राम सुरेश यादव ने पुष्पेन्द्र सिंह नाम के एक व्यक्ति से एफआईआर न लिखने के एवज़ में दस हज़ार रुपये की मांग की थी. यह मामला आठ हज़ार रुपये में तय हो गया था. पुष्पेन्द्र ने पांच हज़ार रुपये तो फ़ौरन दे दिए और तीन हज़ार रुपये देने के लिए रात ग्यारह बजे अपने घर बुलाया.
इसी बीच यह हेड कांस्टेबल अपने थाने की पुलिस टीम के साथ रीवा के लौर थाना क्षेत्र में हत्या के आरोपितों को पकड़ने चला गया. वहां ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. अन्य पुलिसकर्मियों के साथ ही हेड कांस्टेबल राम सुरेश यादव भी पीटा गया. सभी पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराया गया. मेडिकल कराने के फ़ौरन बाद यह हेड कांस्टेबल रिश्वत की रकम वसूलने पुष्पेन्द्र के घर पहुँच गया और वहां रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो गया.
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