जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. अयोध्या में ज़मीन खरीद में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से परेशान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का मन रहा है लेकिन उधर शिवसेना नेता संजय राउत ने ज़मीन घोटाले के लगे आरोपों की जांच प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई से कराने की मांग की है.
संजय राउत ने कहा है कि ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल अब तक की सरकारें विपक्ष को परेशान करने के लिए करती रही हैं. बेहतर होगा कि यही जांच एजेंसियां अयोध्या मामले में भी दूध का दूध और पानी का पानी कर दें. संजय राउत ने कहा कि बीजेपी नेता और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का नाम इस ज़मीन की डील में प्रमुखता से आया है लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि अब तक उनके खिलाफ जाँच की सिफारिश तक नहीं की गई.
संजय राउत ने कहा है कि कुछ साल पहले सीबीआई ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह दोनों को परेशान किया था. अमित शाह के खिलाफ सीबीआई ने न सिर्फ केस दर्ज किया बल्कि लम्बे समय तक उनकी ज़मानत तक नहीं होने दी. अज बीजेपी सत्ता में है तो अमित शाह की परेशानी खत्म हो गई.
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संजय राउत ने कहा कि हास्यास्पद बात तो यह है कि सीएम रमेश और वाई एस चौधरी जब टीडीपी के सांसद थे तब उनके खिलाफ ईडी की जाँच चल रही थी. वह जैसे ही बीजेपी में गए जाँच बंद हो गई. इसी तरह से ऋषिकेश उपाध्याय का नाम अयोध्या ज़मीन घोटाले में सामने आ रहा है लेकिन उनके खिलाफ किसी भी तरह की कोई जांच का ज़िक्र तक नहीं है.
संजय राउत ने एक शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक का ज़िक्र करते हुए कहा कि कुछ महीनों से ईडी सरनाईक के खिलाफ जांच कर रही थी. सरनाईक ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखाकर लगातार जांच चल रही है. क्या बीजेपी में शामिल हो जाऊं.