जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ़ जितेन्द्र नारायण त्यागी के सबसे करीबी रहे सैय्यद फैजी ने बोर्ड के मौजूदा चेयरमैन सैय्यद अली जैदी को पत्र लिखकर वसीम रिजवी की शिकायत की है.
शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को लिखे पत्र में सैय्यद फैजी ने कहा है कि कर्बला मलका जहाँ में वसीम रिज़वी मुतवल्ली और मैं नायब मुतवल्ली हूँ. वसीम रिजवी ने हाल ही में हिन्दू धर्म अपना लिया है और वह जितेन्द्र नारायण त्यागी हो गए हैं. ऐसे में वह कर्बला मलका जहाँ के मुतवल्ली नहीं रह सकते हैं. इसके बावजूद वह दो दिन से कर्बला मलका जहाँ में आ रहे हैं.
फैजी ने लिखा है कि जितेन्द्र नारायण त्यागी के ज़बरदस्ती ऐशबाग स्थित कर्बला मलका जहाँ में आने से मुसलमानों में काफी गुस्सा है, लोग उन्हें फोन कर रहे हैं लेकिन वह नायब मुतवल्ली होने की वजह से उन्हें रोक नहीं सकते हैं क्योंकि लिखा पढ़ी में मुतवल्ली अभी भी वही हैं.
फैजी ने लिखा है कि मलका जहाँ की आमदनी की वजह से जितेन्द्र त्यागी मुतवल्ली से इस्तीफ़ा नहीं दे रहे हैं. जबकि क़ानून के मुताबिक़ मुसलमान ही वक्फ का मुतवल्ली हो सकता है. बृहस्पतिवार के बाद आज शुक्रवार को भी जितेन्द्र त्यागी कर्बला मलका जहाँ पहुंचे थे. उन्होंने वहां पहुंचकर कर्मचारियों के साथ गाली गलौज भी की और कार्यालय में जाकर बैठे. कार्यालय से वहां की चाबियां और कुछ सामान भी वह अपने साथ ले गए.
फैजी ने अपने पत्र में कहा है कि जितेन्द्र त्यागी एक तरफ तो मोहम्मद साहब के चरित्र पर उंगलियां उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं के नवासों के रोजों पर अपनी धाक भी जमाना चाह रहे हैं. एक तरफ वह हिन्दू बन गए हैं तो दूसरी तरफ वक्फ सम्पत्तियों पर अपनी हुकूमत भी चलाना चाह रहे हैं. अगर वह कर्बला में ऐसे ही आते रहेंगे तो अशांति का माहौल बनेगा.
उन्होंने लिखा है कि वक्फ बोर्ड को चाहिए कि उन्हें नोटिस जारी कर मुतवल्ली पद से हटाये. फैजी ने कहा है कि मोहम्मद साहब और कुरान की तौहीन करने वाले के साथ वह काम नहीं कर सकते. बोर्ड चाहे तो वह नायब मुतवल्ली पद से इस्तीफ़ा देने को भी तैयार हैं.
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