जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. सभी देशों की बैलेंसशीट पर नज़र रखने वाली एक कम्पनी की रिसर्च विंग की एक रिपोर्ट ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक़ चीन अब दुनिया का सबसे अमीर देश बन चुका है. सम्पत्तियों का विस्तार हालांकि दुनिया के अधिकाँश देशों में हुआ है. पिछले दो दशक में दुनिया की संपत्तियों में तीन गुना इजाफा हुआ है, लेकिन इस इजाफे में चीन की हिस्सेदारी एक तिहाई है. इस खुलासे के बाद यह बात साफ़ हो गई है कि चीन अब अमरीका को पछाड़ चुका है.
मैनेजमेंट कंसल्टेंसी मैकेंजी एंड कंपनी दुनिया के तमाम देशों की बैलेंसशीट पर नज़र रखती है. इस कम्पनी की रिसर्च विंग ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है कि चीन अब अमरीका को पछाड़ चुका है.
यह रिपोर्ट यह भी साफ़ कर देती है अमरीका और चीन दोनों के बीच यह समानता है कि उनके धन का अधिकाँश हिस्सा कुछ अमीरों की तिजोरी में बंद है. इन दोनों देशों के दस फीसदी लोगों के पास ही देश का सबसे ज्यादा धन है. 90 फीसदी आबादी का हाल वही है जो बाकी दुनिया का है. यही वजह है कि अमरीका और चीन की अमीरी दुनिया के सामने झलक नहीं पाती है.
साल 2000 में दुनिया की कुल सम्पत्ति 156 खरब डालर थी तब चीन की कुल सम्पत्ति सिर्फ सात खरब डालर थी. 2020 में जब दुनिया की सम्पत्ति बढ़कर 514 खरब डालर हो गई तब चीन ने अपनी सम्पत्ति से दुनिया को चौंका दिया. 2020 में चीन की सम्पत्ति 120 खरब डालर हो गई थी.
साल 2000 में अमरीका की सम्पत्ति 90 खरब डालर थी. 2020 में अमरीका की सम्पत्ति सिर्फ दो गुना ही बढ़ पाई. अमरीका जब अपनी संपत्तियों के मामले में 180 खरब डालर के आंकड़े को छूने की खुशी मनाने की तैयारी कर रहा था तब पता चला कि चीन अपनी सम्पत्ति को सात खरब डालर से बढ़कर 120 खरब डालर हो चुकी है.
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