जुबली न्यूज़ डेस्क
दुनिया के सभी देशों में कोरोना वैक्सीन बनाने की कोशिश जारी है। लोगों को वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है। हाल ही में रूस ने दावा किया था कि उसने दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन बना ली है।
यहां तक कि इसके नवंबर तक इमर्जेंसी में इस्तेमाल किए जाने के लिए अप्रूवल की बातें भी कही जा रही थी। लेकिन अब इस पूरे मामले को लेकर रूस ने अजीब सी चुप्पी साध ली है। फ़िलहाल इस सबके बीच भारतीयों के लिए एक अच्छी खबर है और वह खबर यह है कि भारत में कोरोना वैक्सीन का थर्ड फेज ट्रायल सोमवार से शुरू होने की संभावना है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए भारतीय सीरम संस्थान (SII) पूरी तरह से तैयार हो गया है। वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पुणे के ससून अस्पताल में होगा।
ससून अस्पताल के डीन डॉक्टर मुरलीधर तांबे का कहना है कि, “अगले सप्ताह ”कोविशील्ड (ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजनेका द्वारा विकसित टीके का नाम)” टीके के तीसरे चरण का परीक्षण ससून अस्पताल में शुरू होगा। इसके सोमवार से शुरू होने की संभावना है। तीसरे चरण के ट्रायल में लगभग 150 से 200 लोगों को यह टीका लगाया जाएगा।
बता दें कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट को ऑक्सफोर्ड की कोराना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को दोबारा शुरू करने के लिए 15 सितंबर को अनुमति दी है। जिसके बाद अब एक बार फिर से सीरम इंस्टीट्यूट इस ट्रायल को दोबारा शुरू करने के लिए तैयार है। इससे पहले 10 सिंतबर को ट्रायल रोकने की जानकारी SII ने दी थी।
बता दें कि करीब सात भारतीय दवा कंपनियां कोविड-19 का टीका तैयार करने में जुटी हैं। भारत बायोटेक, सीरम इंस्टिट्यूट, जायडस कैडिला, पैनेशिया बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकस, मायनवैक्स और बायोलॉजिकल ई कोविड-19 का टीका तैयार करने का प्रयास कर रही है।
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