जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. वाडे गाँव के रहने वाले मुकेश और नेहा ने एक दूसरे का साथ निभाने के वादे किये, साथ में जीने-मरने की कसमें खाईं लेकिन परिवार को यह रिश्ता मंज़ूर नहीं था और परिवार की मंजूरी के बगैर दोनों एक दूसरे के होना नहीं चाहते थे. दोनों ने साथ जीने की कसम पूरी नहीं हो पाई तो साथ मरने का फैसला किया. दोनों की मौत के बाद दोनों परिवार हतप्रभ हैं, कुछ समझ नहीं पा रहे हैं. पोस्टमार्टम के बाद लाश मिली तो दोनों परिवारों ने मरने के बाद सही एक दूसरे की शादी कराई और इसके बाद इन्हें विदा कर दिया.
मामला महाराष्ट्र के जलगांव जिले के वाडे गांव का है. मुकेश सोनावणे और नेहा ठाकरे के बीच काफी समय से प्रेम था मगर दोनों परिवार की मर्जी के बगैर एक नहीं होना चाहते थे. दोनों परिवारों को यह रिश्ता मंज़ूर नहीं था. नेहा के घर वालों से बात करने मुकेश खुद भी गया था मगर वह तैयार नहीं हुए.
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परिवार से मिले जवाब से निराश मुकेश और नेहा ने जान देने का फैसला किया. मुकेश ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा बाय. इसके बाद दोनों ने फांसी लगा ली. मौत की सूचना पर पुलिस आयी. लाशें साथ ले गई, पोस्टमार्टम के बाद लाशें मिलीं तो दोनों के घर वाले एक दूसरे से मिले. ज़िन्दगी में जो रिश्ता नहीं हो पाया था उसे मौत के बाद नाम दिया. शादी के बाद दोनों को हमेशा के लिए रुखसत कर दिया गया.