जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. ज़िन्दगी में तरह-तरह के रंग होते हैं. कभी खुशी-कभी गम. ज़िन्दगी का हर रंग एक नया एक्सपीरियंस लेकर आता है. आप नौकरी करते हों, आप बिजनेस करते हों, आप पढ़ाई करते हों या फिर अपनी ज़िन्दगी को स्मूथली चलाने के लिए कुछ भी करते हों लेकिन आपके लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है आपकी आँखें. आँखें न हों तो हर रिश्ता बेमानी हो जाता है. ज़िन्दगी किसी दूसरे के सहारे की मोहताज हो जाती है.
ज़िन्दगी के हर रंग को और भी खूबसूरत बना देती हैं हमारी आँखें. इसके बावजूद हम अपनी आँखों की तरफ से सबसे ज्यादा लापरवाह होते हैं. आँखों के डॉक्टर खुर्शीद खान का मानना है कि अगर हम बहुत छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना शुरू कर दें और बहुत कम कोशिशों को अपनी ज़िन्दगी में ढाल लें तो हमारी आँखें बहुत लम्बे समय तक हमारी दोस्त बनी रह सकती हैं.
जुबिली पोस्ट के ख़ास कार्यक्रम जुबिली हेल्थ में ओम दत्त के साथ ख़ास मुलाक़ात में डॉ. खुर्शीद ने अपनी आँखों को सुरक्षित बनाए रखने के लिए बहुत आसान और बहुत छोटे-छोटे टिप्स दिए. उन्होंने बताया कि गर्मियों में अपनी आँखों का सबसे ख़ास ख्याल रखना चाहिए. आँखों को न सिर्फ तेज़ धूप से बचाना चाहिए बल्कि प्रदूषण से भी उन्हें बचाने की ज़रूरत है.
उन्होंने बताया कि कोरोना ने हमें घर में घुसते ही हाथ धोने की जो आदत डलवाई है, उसे हमें अपने जीवन में उतार लेना चाहिए. घर में घुसते ही अगर हम अपने हाथ धो लें, फिर नाक और आँख में पानी डाल लें तो किसी भी किस्म के इन्फेक्शन की संभावना न के बराबर रह जाती है. आँख को साफ़-सुथरा रखा जाए तो फंगल इन्फेक्शन से बचा जा सकता है.
डॉ. खुर्शीद खान की सलाह है कि गर्मियों की धूप से आँखों को बचाएं, घर से बाहर निकलें तो धूप का चश्मा पहनें. यह चश्मा न सिर्फ आँखों को तेज़ रौशनी से बचाता है बल्कि इससे आँखों के आसपास की नाज़ुक त्वचा को भी नुक्सान नहीं पहुँचता है.
जो लोग चश्मा नहीं लगाना चाहते हैं वह सर पर हैट लगाएं या फिर छतरी लेकर निकलें. ताकि धूप उनकी आँख को ज्यादा नुक्सान न पहुंचा सके. धूप के चश्मे की बाज़ार में बहुत बड़ी रेंज है. आप चश्मे का डिजाइन कोई भी पसंद करें लेकिन उसमें लगा ग्लास अच्छा होना चाहिए. बेहतर हो कि किसी ऐसी दुकान से धूप का चश्मा खरीदें जहाँ पर नज़र के चश्मे बनाए जाते हैं. चश्मे का ग्लास ऐसा होना चाहिए जो आँखों को नुक्सान न पहुंचाने वाला हो. नज़र का चश्मा लगाने वाले अपने चश्मे का ग्लास फोटोक्रोमेटिक भी लगवा सकते है और इसी चश्मे पर चिपक जाने वाला मैग्नेटिक ग्लास भी खरीद सकते हैं.
धूप का चश्मा आपका पर्सनाल्टी को भी निखारेगा और आपकी आँखों के साथ भी दोस्ताना सुलूक भी रखेगा. याद रखिये ज़िन्दगी में सबसे ख़ास दोस्त आपकी आँख है. आँख सही रहेगी तो ज़िन्दगी के रंग खुशनुमा रहेंगे. आँख को तकलीफ होगी तो किसी दूसरे के सहारे ज़िन्दगी काटने को मजबूर होना पड़ेगा.
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