जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद दे रही है। इतना ही नहीं खिलाडिय़ों को प्रैक्टिस के लिए दूसरे शहरों में न जाने पड़े इसके लिए भी सरकार कई तरह के ठोस कदम उठा रही है। ऐसे में खेलों की स्थिति अब पहले से बेहतर होती नजर आ रही है।
वहीं यहां पर आने वाले समय में कई बड़े आयोजन होने की बात भी सामने आ रही है। इकाना स्टेडियम में जहां एक ओर इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी करता नजर आ रहा है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश खेल विभाग से एक और बड़ी खबर आ रही है। दरअसल यूपी को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी मिल सकती है।
इतना ही नहीं लखनऊ, वाराणसी और गौतमबुद्धनगर जैसे तीन शहर इन खेलों की मेजबानी की दौड़ में शामिल है। उधर नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव, खेल ने मीडिया को बताया है कि यूपी को केंद्रीय खेल मंत्रालय से खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन के संबंध में मौखिक स्वीकृति मिल गई है।
बुधवार की बैठक में तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। अभी तक लखनऊ में आयोजन होना सुनिश्चित हुआ है। हालांकि कुछ खेलों के लिए अन्य विकल्प भी तलाशे जा सकते हैं।
वहीं खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ इस बड़े आयोजन हेडक्वार्टर होगा। ऐसे में कुछ स्पर्धाओं के लिए दूसरे शहरों का भी रूख किया जा सकता है।
उनमें वाराणसी, गौतमबुद्धनगर को अतिरिक्त विकल्प के रूप में शामिल किया जा सकता है। इस बड़ी प्रतियोगिता में 20 स्पर्धाओं से देश भर के पांच से छह हजार खिलाडय़िों के भाग लेने की संभावना है। ऐसे में देखा जाये तो ये यूपी के लिए सबसे बड़ा आयोजन साबित होगा।
इसकी सफलता से यूपी का खेल भविष्य बेहतर होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले यूनिवर्सिटी गेम्स का पहला संस्करण ओडिशा (2020) और दूसरा संस्करण कर्नाटक (2021) में हो चुका है। कर्नाटक में 20 स्पर्धाओं में देश भर से 190 यूनिवर्सिटी के साढ़े चार हजार खिलाडय़िों ने भाग लिया था। अब यूपी में इसका आयोजन किया जायेगा।
खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने शहर में मौजूद खेल सुविधाओं को देखना शुरू कर दिया है और बुधवार को एक रिपोर्ट भी पेश कर सकते हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे बातचीत होगी। अगर कुछ एक खेलों की सुविधाएं शहर में नहीं पाई जाती हैं तो वाराणसी, गौतमबुद्धनगर में इसका आयोजन किया जा सकता है।