न्यूज़ डेस्क।
यूपी में योगी मंत्रिमंडल का कल सवेरे विस्तार होने की खबर सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है। बता दें कि योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा कई बार हुई, लेकिन इस चर्चा पर विराम लग जा रहा था।
अब भाजपा हाईकमान की नजर अब यूपी में है। 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में योगी मंत्रिमंडल को उसी रणनीति के तहत बदलाव किए जाने की संभावना है।
मंत्रिमंडल में जिन लोगों को शामिल किया जा सकता है उनमें सबसे प्रमुख नाम बीजेपी के एक बड़े नेता के विधायक बेटे का है। ये नाम है गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बड़े बेटे पंकज सिंह का।
पंकज सिंह नॉएडा से विधायक हैं और संगठन में लम्बे समय से कार्यरत हैं। साथ ही राजनाथ सिंह के कद को कम किए जाने की भी ख़बरें लम्बे समय से मीडिया में चल रही थी पार्टी हाईकमान के इस कदम से इन चर्चाओं पर भी विराम लगेगा।
पंकज सिंह के आलावा मंत्रिमंडल में विजय बहादुर पाठक, यशवंत सिंह और वेद प्रकाश गुप्ता को भी शामिल किया जा सकता है, एमएलएसी विजय बहादुर पार्टी प्रदेश प्रवक्ता भी रह चुके हैं, वहीं अयोध्या जिसको लेकर मोदी और योगी सरकार दोनों संजीदा हैं, वहां से बीजेपी का बखूबी प्रतिनिधित्व वेद प्रकाश कर रहे हैं और यशवंत सिंह की जातीय पकड़ ठीक-ठाक है।
इसके आलावा महेंद्र सिंह को परिवहन मंत्री का प्रभार मिलने की चर्चा भी जोरों पर हैं। वहीं महेंद्र सिंह को वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के करीबियों में गिना जाता है।
बता दें कि प्रदेश में 60 सदस्यीय मंत्रिपरिषद हो सकता है। मार्च 2017 में योगी के कैबिनेट में 47 मंत्री बनाये गये थे। इसमें 2019 के लोकसभा चुनाव में योगी सरकार में बनाये गये तीन मंत्री सांसद बने है।
सांसद बने तीन मंत्रियों सत्यदेव पचौरी, डॉ। एस।पी। सिंह बघेल और डॉ। रीता बहुगुणा जोशी ने त्यागपत्र दे दिया। इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था।
इन सबके अलावा यूपी कैबिनेट में शामिल परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल चुकी है। इसलिए सिंह भी जल्द ही मंत्रिमंडल छोड़ देंगे। ऐसी स्थिति में मंत्रिपरिषद सिर्फ 42 सदस्यीय ही रह जाएंगे।
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