जुबिली स्पेशल डेस्क
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बचेगी या नहीं, यह तो आने वाले वक्त में पता चल जाएगा लेकिन गहलोत बनाम सचिन की रार चरम पर पहुंच गई। अशोक गहलोत अपनी सरकार को बचाने के लिए हर दाव चलते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच की खाई तेजी से बढ़ती जा रही थी।
गहलोत ने सचिन को लेकर बड़ा बयान दिया था और कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें नाकारा और निकम्मा बताया था। इसके बाद यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी तरफ से समझौते की सारी गुंजाइशें अब खत्म हो चुकी हैं। दोनों नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई भी तेज हो गई है लेकिन सचिन पायलट अब थोड़े सुलह के मुड में नजर आ रहे हैं।
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इसका संकेत खुद सचिन पायलट ने दिया है। दरअसल सचिन पायलट ने सोशल मीडिया के फेसबुक पर कुछ पोस्ट डाली है लेकिन सबसे अहम बात यह है कि इसमें उन्होंने कांग्रेस पार्टी का हाथ का चिह्न वापस लौट आया है।
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इस दौरान उन्होंने एक से ज्यादा पोस्ट्स डाली और सभी में कांग्रेस पार्टी का हाथ का चिह्न वापस लौट आया है। हालांकि इससे पहले उनके बीजेपी में जाने की अटकले भी तेज हो गई थी। कहा तो यह भी जा रहा था कि सचिन अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल होगे और मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी।
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सेवा और निष्ठा के पर्याय एवं राष्ट्र की सुरक्षा और जनता की रक्षा के लिए सदैव निःस्वार्थ भाव से समर्पित केंद्रीय रिजर्व…
Gepostet von Sachin Pilot am Sonntag, 26. Juli 2020
बता दें कि सचिन के खिलाफ कई बार गहलोत आग उगलते-उगलते नजर आये है। उन्होंने कहा था कि मैं कोई सब्जी या बैगन बेचने नहीं आया, मैं यहाँ सीएम बनने आया हूँ हमने यहाँ के लोगों को उनका मान सम्मान करना सिखाया, और वह कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपकर चला गया।