जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बिहार में नई सरकार का गठन हो गया है। नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार की सत्ता पर काबिज हो गए है। हालांकि बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए को महागठबंधन से कड़ी चुनौती मिली है।
बिहार में महागठबंधन को 110 सीटें मिली है। महागठबंधन में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। कांग्रेस के इस तरह के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहा है। बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस बिहार में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन केवल 19 सीट में जीत हासिल कर पायी है।
ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस तरह के प्रदर्शन की वजह से तेजस्वी यादव सीएम बनते-बनते रह गए है। राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस की टॉप लीडरशिप पर बड़ा सवाल उठाया है और कहा है कि गठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा की तरह रही।
चुनाव तो कांग्रेस ने 70 सीटों पर लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं की। शिवानंद ने कहा कि चुनाव के वक्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे। उधर कांग्रेस में बिहार चुनाव के प्रदर्शन को लेकर रार देखी जा सकती है।
कपिल सिब्बल ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, हमें कई स्तरों पर कई चीजें करनी हैं। संगठन के स्तर पर, मीडिया में पार्टी की राय रखने को लेकर, उन लोगों को आगे लाना-जिन्हें जनता सुनना चाहती है। साथ ही सतर्क नेतृत्व की जरूरत है, जो बेहद एहितयात के साथ अपनी बातों को जनता के सामने रखे।
सिब्बल ने कहा, पार्टी को स्वीकार करना होगा कि हम कमजोर हो रहे हैं। कपिल सिब्बल के इस बयान पर अशोक गहलोत ने कड़ा ऐतराज जताया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा, कपिल सिब्बल को मीडिया के समक्ष हमारे आंतरिक मुद्दे का जिक्र करने की कोई जरूरत नहीं थी, इससे देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
There was no need for Mr Kapil Sibal to mentioned our internal issue in Media, this has hurt the sentiments of party workers across the country.
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 16, 2020
एक अन्य ट्वीट में गहलोत ने लिखा,कि कांग्रेस ने 1969, 1977, 1989 और बाद में वर्ष 1996 में विभिन्न संकटों का सामना किया लेकिन हर बार हम अपनी विचारधारा, कार्यक्रम, नीतियों और पार्टी नेतृत्व में विश्वास के चलते मजबूत बनकर उभरे हैं।
Congress has seen various crises including 1969, 1977, 1989 and later in the 1996 – but every-time we came out stronger due to our ideology, programs, policies and firm belief in party leadership.
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 16, 2020
We have improved with each and every crisis and also formed UPA government in 2004 under the able leadership of Soniaji, we shall overcome this time too.
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 16, 2020
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