जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कोरोना शब्द अब मौत का दूसरा शब्द बनता जा रहा है। लोग इस शब्द को सुनते ही खौफ में आ जाते हैं। पिछले साल कोरोना ने खूब तबाही मचायी।
हालांकि कुछ महीनों से कोरोना ने खामोशी की चादर ओढ़ ली और लोग सोचने लगे अब सबकुछ ठीक हो गया है लेकिन एक बार फिर कोरोना जाग गया है और हर तरफ लोगों को मौत दिखायी दे रही है।
लोगों सांसे अटकी जा रही है
कोरोना का दूसरा रूप इतना खतरनाक होगा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। कोरोना का डंक इतना खतरनाक है कि लोगों की सांसे अटक जा रही है।
जिदंगी को अगर बचाना है तो ऑक्सीजन का सहारा लेना होगा लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर के इंतजार में मरीज अस्पताल की सीढ़ियों पर ही दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। सरकार लाख दावे करे लेकिन सच यही है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना और खतरनाक हो गया है।
हर जगह ऑक्सीजन की किल्लत है
महाराष्ट्र हो या फिर उत्तर प्रदेश हर जगह ऑक्सीजन की किल्लत है और लोग मर रहे हैं। मध्य प्रदेश के एक जिले से ऑक्सीजन स्टोर रूम में तोडफ़ोड़ करने के साथ-साथ गैस के सिलेंडर लूटने की फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
ऑक्सीजन हो तभी भर्ती कराया जाये अस्पताल में
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित निजी अस्पताल मेयो मेडिकल सेंटर में ऑक्सीजन की किल्लत से कई मरीजों की जिंदगी मौत के साये में आ गई जब अस्पताल प्रशासन ने गेट पर नोटिस चस्पा कर मरीजों के परिजनों को बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है।
अस्पताल ने परिजनों से कहा कि अपने मरीजों को दूसरे सेंटर पर ले जाइए। साथ ही सरकार से तत्काल ऑक्सीजन सप्लाई करने की गुहार भी लगाई है।
ऑक्सीजन की कमी से हालात बेकाबू हुए
पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी से हालात बेकाबू हो चुके हैं। कोरोना काल में पूरा सिस्टम लाचार नजर आ रहा है। पूरा देश कोरोना के कहर से जूझ रहा है। देश के अधिकतर हिस्सों में अस्पतालों के बाहर भारी भीड़ साफ देखी जा सकती है।
हर कोई चाहता है कि उसके मरीज को बेड्स मिल जाये लेकिन अब इसकी भी कमी है। हालांकि सबसे बड़ी समस्या है ऑक्सीजन की भारी किल्लत और लोगों सांसे इसी वजह से रूक रही है।
अस्पतालों ने साफ कर दिया है कि उनके पास ऑक्सीजन नहीं है इसलिए उन्हें खुद ऑक्सीजन का इंतजाम करना होगा।
ऑक्सीजन के सिलेंडर को लेकर लोग जूझ रहे हैं
दिल्ली हो या लखनऊ ऑक्सीजन के सिलेंडर को लेकर लोग जूझ रहे हैं। लखनऊ के तालकटोरा के पास ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर पर भारी भीड़ जमा है और लोग किसी तरह से ऑक्सीजन का सिलेंडर भरवाने चाहता है।
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उधर जानकारी के अनुसार तीन ऑक्सीजन कैप्सूल को मालगाड़ी से भेजा जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि इसको लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं है। लखनऊ के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं होने की खबर लगातार सुनने को मिल रही है। इस वजह से मरीजों की जिंदगी खतरे में है।
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ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर के बाहर लाइन में परिजन
आलम तो यह है कि घरवालों के सामने कोई चारा नहीं है और ऑक्सीजन की तलाश में लोग दौड़ रहे हैं। रिफिलिंग सेंटर पर भीड़ भी इसी बात की गवाही दे रही है।
अस्पाताल कह रहा है कि ऑक्सीजन को अपने साथ लाये तभी मरीज को भर्ती किया जायेगा। लखनऊ के ही नादरगंज इंडस्ट्रियल एरिया के सबसे बड़े ऑक्सीजन प्लांट के बाहर भी भारी भीड़ है।
लोग 24-24 घंटे से लाइन में ऑक्सीजन लेने के लिए जूझ रहे हैं। अब देखना होगा कि आखिर कब हालात फिर से समान्य होंगे।