जुबिली स्पेशल डेस्क
विश्व कप शुरू होने में बेहद कम दिन रह गए है। दुनिया की हर टीम बेहतर तैयारी के साथ इस विश्व कप में उतरने जा रही है।
भारत की जर्मी पर पांच अक्टूबर से क्रिकेट का सबसे बड़ा मंच सजने वाला है। भारत में 5 अक्तूबर से शुरू होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप को लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बड़ा कदम उठाया है।
दरअसल आईसीसी ने पिच क्यूरेटर्स और ग्राउंड्समैन को विशेष निर्देश जारी किए हैं। इस निर्देश को सुनने के बाद तेज गेंदबाजों को बड़ी राहत मिलेगी तो वहीं स्पिनरों के लिए बड़ा झटका होगी। अब सवाल है कि आईसीसी ने ऐसा क्या कहा जिसके बाद भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका समझा जा रहा है।
दरअसल इसमें टॉस के प्रभाव को कम करने से लेकर स्टेडियम की बाउंड्री साइज तक शामिल है। भारत में 10 स्टेडियमों में वर्ल्ड कप के मैचों का आयोजन होना है।
इन स्टेडियम पर गौर करें तो ज्यातर पिचे स्पिनरों के लिए मददगार हो सकती है लेकिन अब आईसीसी ने तय किया है कि भारतीय पिचों पर अधिक घास भी छोड़ी जाये ताकि तेज गेंदबाजों को अच्छी मदद मिले। वहीं स्टेडियम में बाउंड्री साइज भी 70 मीटर से अधिक होना चाहिए। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो आईसीसी चाहता है कि विश्व कप का रोमांच कम न पड़े तो इस वजह से उसकी कोशिश है कि विकेट ऐसा रहे जहां पर बल्लेबाजों के साथ-साथ तेज गेंदबाजों को मदद मिले। आईसीसी की इस पहल से स्पिनरों को झटका जरूर लगेंग।
बता दें कि भारत के जहां-जहां मैच हो रहे हैं वहां की पिचे स्पिनरों की मददगार होती है लेकिन आईसीसी के इस कदम से अब पिचों पर घास होगी। ऐसे में लखनऊ का इकाना स्टेडियम पर घास छोड़ी जा सकती है। इकाना की पिच को फिर से सही किया गया है। ऐसे में पिच कैसा बर्ताव करेंगी ये कहना अभी जल्दीबाजी होगी लेकिन पिच पर घास छोडऩे से इकाना की पिच तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग हो सकती है।