जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते कुछ दिनों से अयोध्या सुर्खियों में है। दरअसल यहां पर राम मंदिर का निर्माण हो रहा है लेकिन अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास द्वारा भूमि खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद विपक्ष हमलावार नजर आ रहा है।
कांग्रेस से लेकर सपा तक अब इस मामले में सरकार से कई सवाल पूछ रहे हैं। दूसरी ओर राम मंदिर ट्रस्ट भी अब इस मामले में कड़े कदम उठाने की तैयारी में है। जानकारी मिल रही है कि अयोध्या में राम मंदिर परिसर निर्माण के लिए ली जा रही जमीन पर जो घोटाले के आरोप लगाए गए हैं, अब उसपर राम मंदिर ट्रस्ट कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है।
इतना ही नहीं राम मंदिर ट्रस्ट आप नेता संजय सिंह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्यों पर मानहानि का केस भी दर्ज करवाने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि पूरे मामले में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास अब सभी कानूनी विकल्पों को तलाश रही है।
क्या है कानून विकल्प
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास इस मामले में कानूनी सलाह ले रहा है। इसमें दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, कि मानहानि का मुकदमा हो या जनता को बरगलाकर भड़काने और फर्जी तथ्यों के आधार पर झूठे आरोप लगाने का।
विश्व हिंदू परिषद क्या चाहता है
उधर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष और सीनियर एडवोकेट आलोक कुमार ने बताया है कि उन्होंने न्यास को सलाह दी है कि संजय सिंह और प्रियंका गांधी के खिलाफ कड़े कदम उठाये जाये। इसके आलावा दोनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जाए। आगे कहा गया है कि न्यास तय कर ले कि मुकदमा सिविल चार्जेज में होगा या क्रिमिनल।
बता दें कि संजय सिंह ने कुछ दिन पहले कुछ आंकड़े पेश कर कई बड़े आरोप लगाया थे। उन्होंने कहा था कि यह बेहद हैरान करने वाली बात है जिस जमीन रवि मोहन तिवारी ने हरीश पाठक जी से खरीदी उसका स्टांप तो 5 बजकर 22 मिनट पर खरीदा गया, लेकिन जो एग्रीमेंट साढ़े 18 करोड़ रुपये का हुआ, उसका स्टांप 5 बजकर 11 मिनट पर ही खरीद लिया गया। इससे पता चलता है कि ट्रस्ट ने पहले से ही सबकुछ पता था और इसलिए उसने स्टांप खरीद लिया।।