जुबिली स्पेशल डेस्क
टी-20 विश्व कप में बेहद कम दिन रह गया है। ऐसे में भारतीय टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के साथ टी-20 क्रिकेट खेल रही है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 में बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद उसको हार का मुंह देखना पड़ा है।
ऑस्ट्रेलिया ने कैमरन ग्रीन (61) के विस्फोटक अर्द्धशतक और मैथ्यू वेड (46 नाबाद) की तूफानी पारी की बदौलत भारत को पहले टी-20 मैच में मंगलवार को चार विकेट से पराजित कर दिया।
वेड ने अपनी मैच जिताऊ पारी में सिर्फ 21 गेंदें खेलकर छह चौके और दो छक्के लगाते हुए नाबाद 45 रन बनाये। आखिरी गेंद पर पैट कमिंस ने चौका लगाकर ऑस्ट्रेलिया को विजय दिलायी।
इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 208 रन मजबूत स्कोर बनाया लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने चार गेंदें रहते हुए हासिल कर लिया। इस हार से एक बार फिर भारतीय गेंदबाजी पर सवाल उठ रहा है।
टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा पहले ही कर दी गई। इस टीम में मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज को शामिल नहीं किया गया है लेकिन जो गेंदबाज इस टीम में शामिल है वो गेंदबाजी में फिसड्डी साबित हो रहे हैं।टीम इंडिया के लिए इस मैच में बॉलिंग यूनिट एक बार फिर पूरी तरह से फेल रही। जो 208 रन भी नहीं सेव कर पाई।टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 52 रन दिए।
इतना ही नहीं एक विकेट भी नहीं ले सके। यही हाल युजवेंद्र चहल का रहा, जिन्होंने सिर्फ 3.2 ओवर में 42 रन लुटवा दिए। जबकि लंबे वक्त के बाद टीम में वापसी कर रहे हर्षल पटेल ने 4 ओवर में 49 रन दे दिए। यहां सिर्फ एक अकेले अक्षर पटेल ऐसे दिखे, जिन्होंने बॉलिंग की लाज रखी। उन्होंने 4 ओवर में 17 रन दिए और 3 विकेट लिए।
ऐसा नहीं है कि इस मैच में गेंदबाजी खराब रही है। इससे पहले एशिया कप में भी यही कहानी रही है। भारतीय गेंदबाजी के चलते टीम इंडिया एशिया कप के फाइनल में नहीं पहुंच सकी थी।