जुबिली स्पेशल डेस्क
2024 लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। पूरा विपक्ष एकजुट होने का दावा कर रहा है तो दूसरी ओर एनडीए भी अपनी पूरी ताकत लगा रहा है। बेंगलुरु में विपक्ष का महामंथन पार्ट-2 शुरू हो गई है।
इस मीटिंग में 26 दल एकजुट होने का दावा किया जा रहा है। विपक्षी नेता मीटिंग में शामिल होने बेंगलुरु पहुंच चुके हैं। इतना ही नहीं बेंगलुरु में चल रही विपक्ष की ‘डिनर पॉलिटिक्स’ शुरू हो गई है।
इस बैठक में लालू-नीतीश समेत कई दिग्गज मौजूद है। दूसरी ओर तरफ एनडीए ने अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी है। उधर बीजेपी ने कमर कस ली है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि पिछले नौ सालों में एनडीए का ग्राफ बढ़ा है।
साथ ही उन्होंने बताया कि एनडीए की मंगलवार को होने वाली बैठक में 38 सहयोगी दल शामिल होंगे। इसकी पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विकास का एजेंडा बढ़ाने के लिए लोगों की चाहत बढ़ी है और उसी के कारण एनडीए का विस्तार हुआ है।
साथ ही नड्डा विपक्षी दलों की बेंगलुरु मीटिंग को लेकर भी बरसे और उन्होंने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को भानुमति का कुनबा बताया है। जहां एक ओर एनडीए लगातार अपने कुनबे को आगे बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है तो दूसरी ओर विपक्षी एकता को भी मजबूत करने के लिए कांग्रेस प्रयास कर रही है।
चुनाव को देखने हुए बीजेपी ने बिहार में चिराग पासवन को अपने पाले में किया है तो उसने यूपी में राजभर को अपने साथ मिला लिया है लेकिन कांग्रेस भी पूरे विपक्ष को एक करने में जुट गई है।बेंगलुरु में विपक्षी नेताओं की बैठक चल रही है।
हाल में कर्नाटक और हिमाचल में मिली शानदार जीत के बाद कांग्रेस एक बार फिर पुराने अंदाज में नजर आ रही है। वो सारे विपक्षी दलों को अपने साथ लेकर एक बड़ा कुनबा तैयार कर रही है जिससे मोदी सरकार को 2024 में धूल चटायी जाये। इसके लिए उसन उन दलों से बात की जिसके साथ उसका तालमेल अच्छा नहीं रहा है।
नीतीश कुमार को कांग्रेस ने आगे कर विपक्ष को एक जुट करने की जिम्मेदारी दी है। नीतीश कुमार ने बिहार में विपक्षी दलों की शानदार बैठक की है और अब कांग्रेस बेंगलुरु में एक बड़ी बैठक आयोजित कर रही जिसकी वजह से अब एनडीए भी सर्तक हो गया है और अपने कुनबे को आगे बढ़ा रहा है।लोकसभा चुनाव अब बेहद करीब है।