जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव भले ही डेढ़ साल बाद है लेकिन सूबे का सियासी पारा अभी से चढ़ता दिखाई पड़ रहा है। हालांकि यूपी में विपक्ष एकजुट नजर नहीं आ रहा है। सपा और बसपा दोनों यूपी में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। हालांकि बसपा का बीजेपी को लेकर समय-समय विचार जरूर बदलता रहता है। दूसरी ओर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों योगी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
दूसरी ओर कांग्रेस यूपी में अब फिर से जिंदा होती दिख रही है। इस वजह से बीजेपी की परेशानी जरूर बढ़ गई है। ऐसे में योगी के लिए सपा-बसपा से ज्यादा कांग्रेस अब नई चुनौती देती नजर आ रही है…
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डॉ. कफील खान को लेकर यूपी की सियासत में एक अलग तरह की हलचल देखने को मिल रही है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर मथुरा जेल से रिहाई के बाद डॉ. कफील खान लगातार सुर्खियों में है।
डॉ. कफील खान भले ही अभी किसी पार्टी का हाथ नहीं थामा है लेकिन सियासी गलियारें में उनकी चर्चा जोरों पर चल रही है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विरोध का चेहरा बन चुके डॉ. कफील खान को मुस्लिम समुदाय में उनको अच्छ-खासी लोकप्रियता मिल रही है। इस वजह से सपा और कांग्रेस उनकी तरफ उम्मीद की नजरों से जरूर देख रहे हैं।
डॉ. कफील को अपने पाले में लाने के लिए सपा और कांग्रेस दोनों आगे निकलने की होड़ में है। डॉ. कफील खान की कांग्रेस से नजदिकियां किसी से छुपी नहीं है। दरअसल उनकी रिहाई के समय कांग्रेस साथ थी।
इतना ही नहीं मथुरा जेल के गेट से लेकर जयपुर तक ले जाने का इंतेजाम भी कांग्रेस नेताओं ने किया। डॉ. कफील खान ने खुद भी माना है कि वो प्रियंका गांधी के संपर्क में हैं। हालांकि उन्होंने जयपुर में गुरुवार को प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ-साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी धन्यवाद किया।
इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने जुबिली पोस्ट से बातचीत में कहा कि उन्होंने डॉ. कफील खान की रिहाई के लिए 15 दिन का अभियान चलाया था। उन्होंने बताया कि 8-10 लाखों को इस अभियान का हिस्सा थे।
शाहनवाज आलम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर उस आदमी के साथ है जिसके साथ योगी सरकार सूबे में अत्याचार और जुल्म करने का काम कर रही है।
सीएए-एनआरसी के विरोध मामले में योगी सरकार ने बेगुनाह जिन लोगों को फंसाया है, उन सभी से प्रियंका गांधी संपर्क में हैं और कांग्रेस उनकी लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा सरकार घमंड के नशे में चूर है।
यूपी की मथुरा जेल से साढ़े 7 महीने बाद छूटे डॉ कफ़ील खान की पत्नी से कांग्रेस महासचिव ने फ़ोन पर बात की और उनके परिवार का कुशल क्षेम पूछा।
बात यूपी अल्पसंख्यस्क कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कराई। ग़ौरतलब है कि मथुरा जेल से छूटने के बाद डॉ कफ़ील का परिवार सुरक्षा की दृष्टि से कांग्रेस शासित राजस्थान के एक रेसॉर्ट में रह रहा है।
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कल कफ़ील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका गांधी और कांग्रेस के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया था। यूपी अल्पसंख्यस्क कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने बताया कि प्रियंका गांधी ने डॉ कफ़ील की पत्नी डॉ शबिस्ता खान से आज सुबह साढ़े 10 बजे बात की और कफ़ील की बुज़ुर्ग मां और उनके बच्चों की ख़ैरियत जानी।
उन्होंने उनको अपना निजी नम्बर भी दिया और कहा कि जब भी कोई ज़रूरत हो वो उन्हें बेझिझक फ़ोन करें।प्रियंका गांधी के निर्देश पर मथुरा से ही डॉ कफ़ील के साथ शाहनवाज़ आलम व अन्य कांग्रेस नेता डॉ कफ़ील के साथ राजस्थान आए हैं।