स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। अयोध्या विवाद को सुलझाने में सुप्रीम कोर्ट को भले ही लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा हो, इसके बाद जब इस विवाद का निपटारा हो चुका है। तब ऐसी खबरें आ रही है जिससे इस विवाद को हवा मिलती रही हो। ताजा मामला कर्नाटक के संघी स्कूल से सामने आया है।
आयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ऐतिहासिक फैसला दे चुकी है लेकिन इसको लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कर्नाटक के मंगलुरू के एक स्कूल में एक ऐसी घटना घटी है, जिसको लेकर काफी हंगामा हो रहा है। दरअसल यहां के एक स्कूल में बाबरी मस्जिद के पोस्टर को ढहाया गया लेकिन सबसे अहम बात यह है कि इस पूरी घटना में स्कूली बच्चों का सहारा लिया गया है।
इसके बाद वीडियो के सामने आने से चारो ओर बवाल मच गया है और कुछ लोग इसकी कड़ी आलोचना भी कर रहे हैं। पूरी घटना मंगलुरू के श्री राम विद्या केंद्र का बताया जा रहा है।
जहां स्कूल में स्पोर्ट्स फेस्टिवल चल रहा था। जानकारी के मुताबिक यह स्कूल आरएसएस के एक नेता का बताया जा रहा है। स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान बच्चों के द्वारा बाबरी मस्जिद के ढांचा का एक पोस्टर लगाया गया, जिसे एक प्ले के दौरान ढहाया गया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा और पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी भी शामिल थी। इतना ही नहीं बच्चों के द्वारा 6 दिसंबर 1992 के उस घटना को दोबारा जिंदा करने की कोशिश भी की गई है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े प्रभाकर भट्ट का यह स्कूल बताया जा रहा है।