जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। भारतीय कुश्ती फेडरेशन और पहलवानों के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब जानकारी मिल रही है कि पहलवानों ने एक बार फिर भारतीय कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और पहलवानों ने कहा है कि वो अब अपनी लड़ाई सड़क के बदले अदालत में लड़ेंगे।
विनेश फोगाट ने एक ट्वीट में लिखा है कि सरकार के साथ 7 जून को हुई वार्ता में सरकार ने पहलवानों के साथ जो वादे किए उन पर अमल करते हुए सरकार ने उस कड़ी में महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इस केस में अब पहलवानों की लड़ाई जब तक न्याय नहीं मिल जाती तब तक सड़क की जगह कोर्ट में लड़ी जाएगी।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 25, 2023
बता दे कि प्रदर्शनकारी पहलवानों को ट्रायल में दी जाने वाली छूट का मामला लगातार सुर्खियों में है। दरअसल योगेश्वर दत्त के बयान के बाद विवाद बढ़ गया था।
अब साक्षी मलिक ने इसका जवाब देते हुए एक पत्र जारी किया है। ये लेटर पहलवानों ने खेल मंत्री को खेल मंत्री को लिखा था। इस लेटर के माध्यम से एशियन गेम्स के ट्रायल की डेट को आगे बढ़ाने के लिए कहा था।
https://twitter.com/SakshiMalik/status/1673012419336056832?s=20
अब जब इस पर विवाद पैदा हुआ तो अब महिला पहलवान साक्षी मलिक ने ट्वीट कर यह लेटर सार्वजनिक की है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि हम आंदोलित पहलवानों ने ट्रायल्स को सिर्फ आगे बढ़ाने के लिए पत्र लिखी थी क्योंकि पिछले छह महीने से आंदोलन में शामिल होने के कारण हम प्रैक्टिस नहीं कर पाए। इस मामले की गंभीरता को हम समझते हैं इसलिए यह लेटरआपसे साझा कर रहे हैं। दुश्मन पहलवानों की एकता में सेंध गाना चाहता है। उसे कामयाब नहीं होने दें।
इस लेटर में आगे कहा गया है कि रेस्लर प्रोटेस्ट में शामिल होने वाले कुछ पहलवानों को एशियन गेम्स 2023 और वर्ल्ड चैम्पियनशप 2023 के ट्रायल्स की तैयारी के लिए कुछ समय की जरूरत है।
ट्रायल्स को 10 अगस्त के बाद करने का अनुरोध किया गया है। इस लेटर के जरिए जिन पहलवानों ने ट्रायल को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है, उनमें विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियां, संगीत फोगाट और जितेंद्र कुमार के नाम हैं।
पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा लेकिन सरकार ने अभी इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं लिया है।
पहलवानों के लगातार धरने के बावजूद बृजभूषण शरण सिंह किसी भी तरह से झुकने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं वो लगातार पहलवानों को ललकार रहे हैं।
मामला कोर्ट में है और इस पर अभी फैसला आना बाकी है लेकिन पहलवानों ने साफ कर दिया है जब तक उनको न्याय नहीं मिलेगा तब तक वो अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।