जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कहा जाता है अक्सर लोग बचपन के प्यार को पाने की चाहत रखते हैं लेकिन कई लोग ऐसे होते जिन्हें बचपन का प्यार मिल जाता और उनकी शादी भी हो जाती है लेकिन कुछ लोगों के नसीब में बचपन का प्यार नहीं होता है लेकिन अगर ये किसी मोड पर मिल जाये तो इस पाने की चाहत फिर जाग जाती है।
दरअसल नवाबाद थाने में तैनात रहा दरोगा अभिषेक पोरवाल बचपन के प्यार के चक्कर में बुरे फंस गए है। इतना ही नहीं विवाहित पीड़िता ने आरोपी दरोगा के खिलाफ नवाबाद थाने में दुष्कर्म समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। ऐसे में दरोगा अभिषेक पोरवाल बचपन के प्यार की चाहत भारी पड़ गई है। पुलिस भी अब एक्शन में आ गई और एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
नवाबाद पुलिस के अनुसार कानपुर निवासी अभिषेक पोरवाल के साथ पीडि़ता पहल से जानता था और इसकी जानपहचान कानपुर से बतायी जा रही है। स्थानीय मीडिया की माने तो एक जमाने में दोनों एक दूसरे के पड़ोसी हुआ करते थे।
पुलिस में भर्ती होने के बाद अभिषेक झांसी चला गया जबकि पीडि़ता की शादी झांसी में तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ हो गई। इस मामले तब और नया मोड आ गया जब पुलिसकर्मी अपनी पत्नी को लेकर झांसी आ गया।
इसके बाद एक बार फिर दोनों का पुराना प्यार जाग गया और झांसी आने पर दोनों की मुलाकात फिर होने लगी। अभिषेक उससे शादी करने का वादा करता है और पीडि़ता भी अपने पति को छोडऩे को तैयार थी लेकिन अचाकन से अभिषेक अपनी बात से पलट गया और शादी से मना कर दिया।
इसके बाद उसने केज दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी दरोगा निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद मामला पंचायत में गया और महिला के साथ सुलहनामा कर लिया और शादी करने पर राजी हो गया।
पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी लेकिन एफआर लगते ही दरोगा के सुर फिर बदल गए। पीडि़ता का आरोप है कि दरोगा। नवाबाद इंस्पेक्टर सुधाकर मिश्र के अनुसार आरोपी दरोगा अभिषेक पोरवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 323, 504 समेत 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की जांच हो रही है।