न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश में पति-पत्नी का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। पारिवारिक कोर्ट में एक बुजुर्ग पत्नी ने भरण-पोषण के लिए आवेदन किया था। काउंसलिंग के दौरान 89 वर्षीय बुजुर्ग पति ने कहा कि वह अपनी पत्नी को छोड़ सकता है लेकिन शराब को नहीं।
भोपाल के पारिवारिक अदालत में एक 69 वर्षीय महिला ने अपने 89 वर्षीय पति से भरण पोषण के लिए आवेदन किया था। इस मामले में जब जज ने दोनों की काउंसलिंग कराई तो बुजुर्ग महिला ने कहा कि वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती। जब इसका कारण पूछा गया तो महिला ने बताया कि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है।
बुजुर्ग दम्पत्ति के बीच समझौता करा रहे कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायधीश आरएन चंद ने बुजुर्ग पति से शराब छोडऩे के लिए कहा
तो उन्होंने कहा कि चिकचिक करने वाली पत्नी को तो छोड़ सकता हूं, लेकिन शराब को नहीं। जब जज ने इस मामले में पति से पेंशन में से पत्नी को 10 हजार रुपये भरण-पोषण देने की बात कही तो बुजुर्ग पति ने इस पर तुरंत हामी भर दी।
जज ने जब बुजुर्ग से कहा कि वह शराब छोड़ दे, तो उन्होंने कहा कि जीवन भर शराब पीया है। अब शराब नहीं छोड़ सकता हूं। अगर शराब छोड़ दूंगा तो मर जाऊंगा। उन्होंने बताया कि पहले दो बार शराब छोडऩे की कोशिश की, लेकिन बीमार पडऩे की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। तब डॉक्टर ने कहा था कि शराब कम कर दो, लेकिन पीते रहो। अब तो शराब तब ही छूटेगी जब मौत होगी।
इस मामले में पारिवारिक कोर्ट की काउंसलर ने बताया कि बुजुर्ग महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि पति पीएचई में नौकरी करता था। सेवानिवृत्ति के बाद से मिल रही पेंशन के सारे पैसों को वह शराब पर खर्च कर देता है। साथ ही पत्नी के साथ वह मारपीट और गाली गलौच भी करता है। ऐसा बुजुर्ग की बेटी ने भी कहा। बेटी ने भी इस बात को दोहराते हुए कहा कि पिताजी इस उम्र में मां के साथ मारपीट करते हैं।
यह भी पढ़ें : झारखंड की हार बीजेपी का बिगाड़ सकती है राज्यसभा में गणित
यह भी पढ़ें : झारखंड की जीत में क्या है लालू की भूमिका?